बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जबरदस्त आक्रोश देखने के लिए मिला. बता दें कि, आज नई सरकार के फ्लोर टेस्ट का दिन है. सीएम नीतीश कुमार को बहुमत साबित करना है. जिसको लेकर कई तरह की गतिविधियां देखने के लिए मिल रही है. पहले तो तेजस्वी यादव ने भरे सदन में सीएम नीतीश कुमार को जमकर सुनाया तो वहीं जब सीएम नीतीश कुमार की बारी आई तो उनका भी गजब का गुस्सा देखने के लिए मिला. दरअसल, जब नीतीश कुमार ने बोलना शुरु किया तब विपक्ष की ओर से हंगामा होने लगा, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में आ गए.
सीएम नीतीश ने 2005 के पहले का किया जिक्र
अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने बिहार में 2005 से पहले का जिक्र किया और कहा कि, 2005 से बिहार में काम करना शुरू किया. 2005 से पहले कोई बिहार से बाहर नहीं निकलता था. हमने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया. अब हम अपनी पुरानी जगह आ गए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में पेश विश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कहा कि, सारा विकास का काम, लोगों के हित में काम हम करते रहेंगे. 2021 में सात निश्चय शुरू किया, आज कितना फायदा हुआ है. इसको हम सब जारी रखे हैं. बिहार का विकास होगा. समाज के हर तबके का ध्यान रखेंगे. इन लोगों का जो कुछ भी होगा. हम इन लोगों को इज्जत दिए थे और हमें पता चला कि ये लोग कमा रहे हैं.
सीएम के भाषण के दौरान ही विपक्ष ने किया वॉकआउट
साथ ही सीएम नीतीश ने यह भी कहा कि, आजतक जब ये पार्टी हम लोगों के साथ थी, कभी इधर-उधर नहीं किया. अभी भी आप एक ही जगह सबको रखे हुए थे. कहां से पैसा आया, हम सब जांच करवाएंगे और याद रखिएगा, आप लोगों की पार्टी ठीक नहीं कर रही है, गौर कर लीजिएगा. इधर वाला सब आपका साथ देगा. आपको जब कोई समस्या हो, आकर मिलिएगा और आपकी समस्या का समाधान हम करेंगे. हम सबका ख्याल रखेंगे. लेकिन राज्य के हित में काम कर रहे हैं, राज्य के हित में काम होगा. हम ही तीन लोग साथ रहेंगे और तीनों काम करेंगे. बता दें कि, बिहार में पेश विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में वोटिंग हो रहे हैं. लेकिन इस बीच विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.