भारत ने बुधवार (23 अगस्त) को इतिहास रच दिया. चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है. यह एक ऐसी उपलब्धि है, जो अब तक किसी भी देश को हासिल नहीं हुई है. भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है. वहीं, इस बड़ी उपलब्धि पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसरो के वैज्ञानिकों को खूब बधाई और शुभकामनाएं दी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि चन्द्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग कराकर भारत ने अंतरिक्ष में एक नया इतिहास रच दिया है, जिस पर हर भारतवासी गौरवान्वित है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि, यह इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है, जिसके लिये वे बधाई के पात्र हैं. वहीं, केवल मुख्यमंत्री ने ही नहीं बल्कि प्रदेश के डिप्टी सीएम ने भी वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाइयां देते हुए उनकी जमकर सराहना की. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, भारतीय वैज्ञानिकों की मेहनत और क़ाबिलियत ने अंतरिक्ष में भारत को यह ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई है. 1962 से देशहित में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए समर्पित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर इतिहास रचा है. 140 करोड़ भारतीयों को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है.
बता दें कि, न्यूज एंजेसी ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि लैंडिंग के बाद लैंडर को उसमें मौजूद इंजनों के चंद्रमा की सतह के करीब सक्रिय होने के कारण धूल की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. इसरो के अनुसार, चंद्रमा की सतह और आसपास के वातावरण का अध्ययन करने के लिए लैंडर और रोवर के पास एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के लगभग 14 दिन के बराबर) का समय होगा. वहीं, इसरो की इस बड़ी उपलब्धि पर फिलहाल पूरा देश जश्न के रंग में रंग चुका है.