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'इंडिया' गठबंधन की नैया पार करायेंगे CM नीतीश ! 6 दिसंबर को होगी दिल्ली में अहम बैठक

देश के 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव ने पूरे सियासत को हिला कर रख दिया है. जिस तरह से राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की, उसके बाद से एक बार फिर देश में 'हर-हर मोदी, घर-घर मोदी' का नारा गूंजने लगा है. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी बीजेपी का मनोबल इस जीत के बाद काफी बढ़ गया है. लेकिन, यहां गौर करने वाली बात यह है कि, तीन राज्यों में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद 'इंडिया' गठबंधन सुर्खियों में आ गया है. दरअसल, विपक्षी दल कांग्रेस ने सिर्फ और सिर्फ तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. जिसको लेकर अब कांग्रेस के चर्चे तेज हो गए हैं. अन्य तीन राज्यों में जिस तरह से कांग्रेस की हार हुई है, उसके बाद से 'इंडिया' गठबंधन के तमाम दलों के नेता कांग्रेस पर बयानबाजी करने से नहीं चूक रहे और हार का पूरा-पूरा ठीकरा कांग्रेस की नीतियों पर थोप रहे हैं. 

6 दिसंबर को होगी 'इंडिया' गठबंधन की बैठक 

दरअसल, पिछले करीब 4 या 5 महीने से 'इंडिया' गठबंधन से जुड़े किसी भी तरह की चर्चा नहीं हो रही थी. लेकिन, चुनाव के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 6 दिसंबर को सभी 28 सहयोगी दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई है. जिसके बाद जेडीयू हो, आरजेडी हो या फिर 'इंडिया' गठबंधन के कोई अन्य दलों के नेता हो, सभी की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आने शुरू हो गए हैं. यहां क्षेत्रीय दलों का मानना है कि, अलग-अलग चुनाव लड़ने के कारण ही तीन राज्यों में बीजेपी को जीत मिली है. वहीं, जेडीयू और आरजेडी का साफ तौर पर कहना है कि, कांग्रेस अपनी हार के लिए खुद जिम्मेवार है और अगर राज्यों में भी विपक्षी दल साथ मिलकर चुनाव लड़े होते तो शायद नतीजे कुछ और होते. नतीजे आने के बाद जेडीयू और आरजेडी कांग्रेस पर दबाव बना रहे हैं और कह रहे हैं कि कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों को उचित सम्मान देना होगा तभी बीजेपी को मात दिया जा सकता है. वहीं, 6 दिसंबर को होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों को उठाने की बात कही जा रही है.  

अब CM नीतीश बनेंगे 'इंडिया' गठबंधन के अगुआ 

इधर, कांग्रेस की हार के बाद बिहार के मुखिया नीतीश कुमार की भी चर्चा तेज हो गई है. ऐसा कहा जा रहा कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही अब इंडिया गठबंधन की नैया पार करायेंगे. इसके साथ ही इस हार से सीएम नीतीश का कद भी बढ़ जाने की चर्चा हो रही है. दरअसल, जेडीयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि, अब 'इंडिया गठबंधन' को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए. कांग्रेस पर तंज कसते हुए निखिल मंडल ने कहा कि, पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनावों में व्यस्त रही, जिसके वजह से 'इंडिया' गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब तो कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं. नीतीश कुमार 'इंडिया' गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं. बता दें कि, विपक्षी दलों को एकजुट कर बीजेपी को मात देने की पहल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही की थी. सीएम नीतीश ने विपक्षी दलों को एकजुट करने का हर एक प्रयास किया. लेकिन, इस दौरान भी कांग्रेस पर आरोप लगते रहे कि, कांग्रेस 'इंडिया' गठबंधन को लेकर सीरियस नहीं है. कांग्रेस लगातार 'इंडिया' गठबंधन की अनदेखी कर रही है. इतना ही नहीं, पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही खुले मंच से कहा था कि, कांग्रेस को गठबंधन में दिलचस्पी नहीं है. इस तरह से अब हार का ठीकरा पूरा-पूरा कांग्रेस पर फूटा है.  

सीट शेयरिंग को लेकर फंस सकता है पेंच 

बता दें कि, बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर होने के कयास लगाये जा रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा कि, अगर आगे भी 'इंडिया' गठबंधन रहा तो सीट शेयरिंग को लेकर मामला फंस सकता है. दरअसल, कांग्रेस की हार के बाद अब क्षेत्रीय पार्टियों की अहमियत बढ़ गई है. साफ-साफ देखा जा सकता है कि क्षेत्रीय पार्टियों को किसी भी हालत में दरकिनार करने पर भारी-भरकम नुकसान उठाना पड़ सकता है. कुल मिलाकर देखा जाये तो अब 'इंडिया' गठबंधन में क्षेत्रीय पार्टियां अपना-अपना वजूद बचाने पर रहेगी. 5 राज्यों की ही बात कर लें तो यहां मध्य प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ सपा और जदयू ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. ऐसा कहा जा रहा कि, यदि वे सभी एकजुट होकर लड़ते तो शायद बीजेपी को मात दिया जा सकता था. लेकिन, अब 'इंडिया' गठबंधन की सबसे पार्टी कांग्रेस की हार के बाद जिन भी राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार है वे ज्यादा प्रभावी होंगे और उनकी अहमियत भी बढ़ेगी. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब लीड रोल में दिख रहे हैं. वहीं, कल यानी कि, 6 दिसंबर को 'इंडिया' गठबंधन की बैठक होने वाली है. इधर, सीएम नीतीश की तबीयत भी खराब है जिसके कारण बैठक में शामिल होने पर संशय बना हुआ है. हालांकि, इस बैठक में जेडीयू और आरजेडी के अन्य बड़े नेता शामिल होंगे. अब देखना होगा कि, 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में क्या कुछ नया होता है, कैसी रणनीति बनती है...

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