Patna- बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार 2025 की तैयारी में जुट गए हैं. एक तरफ वह सरकार के मुखिया के नाते नौकरी समेत अन्य मुद्दों को फोकस कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर पार्टी को भी मजबूत करने में लगे हैं इस कड़ी में उन्होंने सबसे पहले संजय झा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया और अब पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को पार्टी में शामिल करते हुए राष्ट्रीय महासचिव का पद दिया है.
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अब पार्टी को आगे ले जाने के लिए संजय झा और मनीष कुमार वर्मा के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी नीतीश कुमार ने दी है. मनीष कुमार 2000 बैच के उड़ीसा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. नीतीश के बुलावे पर उन्होंने बिहार की कई सालों तक आईएएस अधिकारी के रूप में सेवा की थी. नीतीश कुमार ने उन्हें पटना का डीएम समेत कई अहम जिम्मेदारी सौंपी थी. नीतीश कुमार से प्रभावित होकर मनीष कुमार ने IAS की नौकरी से VRS ले लिया और नीतीश कुमार से जुड़ गए. कई सालों तक हुए नीतीश कुमार के परामर्शी के रूप में काम करते रहे और अब नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी की मुख्य धारा में लाया है.
सीएम नीतीश कुमार खुद इंजीनियर रहे हैं और अधिकारियों से उनका खास लगाव रहा है उनकी सरकार में कई बार यह कहा गया कि वह अधिकारियों को मनमानी छूट देते हैं. इसके बावजूद नीतीश कुमार अधिकारियों को काम में छूट देने के साथ ही पार्टी में भी महत्व देते रहे हैं. आरसीपी सिंह भी आईएएस अधिकारी रहे थे और नीतीश कुमार के संसर्ग में आने के बाद उनसे प्रभावित होकर जदयू ज्वाइन की थी नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का अध्यक्ष भी बनवाया था. आरपी सिंह के बीजेपी में चले जाने के बाद जदयू में उनकी जगह मनीष कुमार वर्मा को मिल सकती है.