खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन अगवानी पुल कल भरभरा कर गंगा नदी में गिर गया. जिसके बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई. 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1710 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया था. लेकिन, निर्माण के दौरान ही यह पुल गंगा नदी में देखते ही देखते गिर पड़ा. इस हादसे में 2 लोगों के लापता होने की भी खबर है. इस बीच पुल गिरने का मामला बिहार की सियासत में तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है.
दरअसल, बीजेपी के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमले बोले जा रहे हैं और इसके साथ ही भ्रष्टाचार का पुल गिरने की बात कही जा रही है. इस बीच कल ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले को लेकर रिएक्शन दिया था. सीएम नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर के ऊपरी हिस्से के टूटकर गिरने की जानकारी मिलने पर पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली.
साथ ही मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. वहीं, आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समक्ष रूप से रिएक्शन देते हुए कहा कि, इस पुल के गिरने से उन्हें बहुत तकलीफ हुई है. जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगा. आपको बता दें कि, पहले भी पुल 2022 में आंधी आने के दौरान हवा में 3 पीलर पत्ते की तरह उड़ गए थे. वहीं, अब एक बार फिर से भरभरा कर गिर पड़ा.