रांची: बहुप्रतीक्षित कांटा टोली फ्लाईओवर विधिवत रूप से आज से जनता के लिए समर्पित हुआ। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज लगभग 1:30 बजे पूजा अर्चना के बाद फ्लाईओवर का उदघाटन किया। उदघाटन समारोह में मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, राजेश कच्छप, राज्य सभा सांसद महुआ मांझी समेत कंस्ट्रक्शन कंपनी और पथ निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कांटा टोली फ्लाईओवर के उदघाटन के साथ ही आज सहजानंद चौक _जज कॉलोनी फ्लाईओवर,सीरम टोली कांटा टोली कनेक्टिंग फ्लाईओवर, बिरसा चौक _धुर्वा गोल चक्कर 4 लेन पथ और मातकुरिया फ्लाईओवर एवं कानको चौक गोल बिल्डिंग 8 लेन पथ धनबाद का शिलान्यास भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहां की हुकूमत विकास के कामों को धरातल पर उतरने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कांटा टोली फ्लाईओवर का पन्ना राज्य की जनता विशेष तौर पर रांची के लोगों के लिए बहुत बड़ी सौगात है। सरकार की कोशिश है कि झारखंड के अन्य शहरों में भी जरूरत के हिसाब से फ्लाईओवर, ओवर ब्रिज और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए अच्छी सड़कों का निर्माण किया जा सके। मुख्यमंत्री ने सुप्रभात तू ट्रांसपोर्ट नगर की बात करते हुए कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के बन जाने से रांची शहर में यातायात का बोझ बहुत हद तक काम होगा। यह सरकार जनता के लिए समर्पित सरकार है और जनता के हित में कार्य करने से कभी भी पीछे नहीं हटेगी।
बताते चले कि कांटा टोली फ्लाईओवर को बहुप्रतीक्षित योजनाओं में इसलिए शामिल किया जाता है कि इसका फर्स्ट डीपीआर 2012, दूसरा डीपीआर 2017 और तीसरा डीपीआर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में बना। यानि हम कह सकते हैं कि इस फ्लाईओवर के निर्माण की योजना 12 साल पहले बनी, लेकिन लगातार इसके निर्माण में रुकावटों की वजह कर निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका। इस दौरान झारखण्ड में अर्जून मुंडा, रघुवर दास की सरकार आई और चली गई। इसके बाद 2019 में झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन की सरकार बनी लेकिन सरकार गठन के ठीक बाद करोना के कारण दो ढाई साल यूंही बीत गए, बावजूद इसके हेमंत सरकार ने बड़ी मुस्तैदी से कांटा टोली फ्लाईओवर निर्माण कार्य पूर्ण कर आज जनता के समर्पित किया। इस फ्लाईओवर के निर्माण से रांची के सबसे व्यस्तम कांटा टोली चौक में दिन भर लगने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत मिलेगी। ख़ासकर स्कूली बच्चे कांटा टोली चौक में घंटों जाम में फंसे रहते थे अब उन्हें छुट्टी के बाद घर पहुंचने में देरी नहीं होगी। गौर तलब है कि कांटा टोली फ्लाईओवर की लंबाई कुल 2.24 किलो मीटर जबकि इसकी लंबाई 16.6 मीटर है। इसके निर्माण में कुल 224 करोड़ की लागत आई है।