Desk- केके पाठक को अपर मुख्य सचिव के जिम्मेदारी मिलने के बाद बिहार सरकार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अलर्ट नजर आ रहा है. विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है.
इस संबंध में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी किया. सुपौल के दो निवर्तमान सीओ के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन पर पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई करने के आरोप हैं। सुपौल के तत्कालीन सह भागलपुर जिला के इस्माइलपुर के वर्तमान सीओ प्रिंस राज तथा इसी अंचल से सेवानिवृत हो चुके पूर्व सीओ प्रभाष नारायण लाल पर गाज गिरी है।
प्रिंस राज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय शुरू कर दी गई है, जबकि सेवानिवृत्त प्रभाष नारायण लाल के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने का आदेश दिया गया है। इन दोनों पदाधिकारियों ने सुपौल में सरकारी या गैर-मजरूआ आम जमीन के करीब 50 प्लॉट का दाखिल-खारिज कर गलत तरीके से निजी लोगों को बंदोबस्ती कर दी थी। एवज में लाखों रुपये अवैध तरीके से लेने का आरोप दोनों पर है। अब इनकी अवैध संपत्ति की भी जांच होगी।
अभी 90 से ज्यादा सीओ के खिलाफ जांच चल रही है, और हाल के दिनों में तीन दर्जन सीओ किसी न किसी आरोप में जांच के दायरे में आये हैं. इन सभी के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगी. आर्थिक अपराध इकाई से जांच करवाकर पदाधिकारियों की अवैध संपत्ति जब्त की जाएगी।