जीतन राम मांझी के बाद अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका दे दिया है. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरह उन्हें एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं. दरअसल, अब कांग्रेस के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं, इस्तीफे को लेकर प्रवक्ता कुंतल कृष्ण का कहना है कि, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने सरेंडर कर दिया है. सीएम नीतीश कुमार ने हमेशा पार्टी का विरोध किया है और अब पार्टी उन्हें तरजीह दे रही है.
इतना ही नहीं, प्रवक्ता कुंतल कृष्ण का यह भी कहना है कि, जिन लोगों ने हमेशा से कांग्रेस का विरोध किया है आज वही पार्टी के कार्यकर्ताओं के लीडर बन गए हैं इसके साथ ही आगे भी पार्टी का नेतृत्व करने के प्रयास में हैं और तैयारियां भी चल रही है. इसे हमारे जैसा नेता कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा. इन्हीं सारे कारणों से आज उन्होंने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. बता दें कि, इससे पहले जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने भी नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही संतोष मांझी ने जदयू पर आरोप भी लगाया था.
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संतोष मांझी ने उनकी पार्टी पर जदयू द्वारा दबाव बनाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि, जदयू हमारी पार्टी 'हम' का विलय चाहती है. जिसके बाद हमारी पार्टी का अस्तित्व ही खत्म हो जाता, जो कि हमें बर्दाश्त नहीं हुआ और पार्टी से इस्तीफा देना पड़ा. बता दें कि, 23 जून को राजधानी पटना में विपक्ष दलों की बैठक होने वाली है. इस बैठक में विभिन्न राज्यों के कई जाने-माने चेहरे शामिल होंगे. बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के साथ ही बीजेपी को पछाड़ने को लेकर रणनीतियां बनाई जाएगी. लेकिन, इससे पहले ही महागठबंधन का साथ छोड़ कर कुछ नेता जा रहे हैं जो कि विपक्षी एकता में बड़ा अड़चन साबित होता दिख रहा है.