पटना स्थित कॉंग्रेस कार्यालय में बिहार विधान परिषद् में कांग्रेस दल के नेता डॉ मदन मोहन झा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ इंदिरा फेलोशिप बिहार की टीम भी मौजूद थी।इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य "शक्ति अभियान" पर चर्चा करना था, जो कि महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में राहुल गांधी जी की एक महत्वपूर्ण पहल है।प्रेस को संबोधित करते हुए डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि "महिलाओं की जनसंख्या हमारे देश में आधी है, लेकिन राजनीतिक भागीदारी में उनकी उपस्थिति अभी भी सीमित है। कांग्रेस पार्टी और विशेष रूप से राहुल गांधी जी के नेतृत्व में 'शक्ति अभियान' यह सुनिश्चित करेगा कि महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में उचित प्रतिनिधित्व और अवसर मिले। हमारा लक्ष्य है कि जितनी महिलाएं हमारी आबादी का हिस्सा हैं, उतनी ही उनकी भागीदारी भी हो।"उन्होंने यह भी बताया कि शक्ति अभियान का उद्देश्य न केवल महिलाओं को राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित करना है, बल्कि उन्हें नेतृत्व की भूमिका में लाना भी है। यह अभियान विशेष रूप से महिलाओं के संगठन बनाने और उन्हें जमीनी स्तर पर सशक्त करने पर केंद्रित है। बिहार में इंदिरा फेलोशिप की टीम इस दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है और आने वाले चुनावों में महिला उम्मीदवारों को मजबूती से सामने लाने के लिए तैयार है।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंदिरा फेलोशिप की टीम ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि शक्ति अभियान के तहत बिहार के विभिन्न जिलों में महिलाएं संगठित होकर राजनीति में हिस्सा ले रही हैं। उनके प्रयासों से जमीनी स्तर पर कई बदलाव हो रहे हैं और आने वाले समय में यह अभियान महिलाओं को राजनीतिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी छलांग देने वाला है।इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रजेश पाण्डेय, लाल बाबू लाल, गुंजन पटेल, आदित्य पासवान, नेशनल कोर्डिनेटर रोहन, इंदिरा फेलोशिप बिहार कॉर्डिनेटर रिचा सिंह, सहित दर्जनों इंदिरा फेलोशिप की महिलाए उपस्थित थी।