बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा बिजली के प्री पेड स्मार्ट मीटर के खिलाफ विगत डेढ़ महीनों से शुरू किए गए चरणबद्ध आंदोलन के तहत बुधवार को जनजागरण अभियान को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से इसकी शुरुआत की।जनजागरण अभियान के बारे में बताते हुए बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली विभाग ने लूट मचा रखी है और इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद समाजवादी पृष्ठभूमि के होने के बावजूद जनता के हितों की अनदेखी करके भाजपा और उसके संरक्षण में पल रहे पूंजीपतियों के दबाव में आम जनता का दोहन कर रहे हैं। पहले जहां आम आदमी का 1000 रुपए बिल आता था वो अब चार गुना से पांच गुना बढ़ चुका है। बिहार की आम जनता को लूटने की साजिश का खुलासा होने के बावजूद इस तरीके से दबाव बनाकर बार बार स्मार्ट मीटर लगाने की जो सरकारी गतिविधियां हो रही है उससे सरकार की मंशा साफ दिख रही है कि उसको इसे लागू करने के लिए दबाव दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहकर आम जनता से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोई मतलब रह नहीं जाता। इस योजना के खिलाफ बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि 16 अक्तूबर को बिहार के सभी जिलों में स्मार्ट मीटर के खिलाफ जन आक्रोश मार्च एवम विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व लालबहादुर शास्त्री के जन्म जयंती पर हमने इस जन जागरण अभियान की शुरुआत कर दी है जो एक हफ्ते तक चलेगा। बिहार की गरीब जनता के पक्ष में कांग्रेस पार्टी लगातार खड़ी है और जब तक हम सरकार को स्मार्ट मीटर के उसके फैसले को वापस नहीं करा लेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जमीन सर्वेक्षण पर कांग्रेस के स्टैंड और भारी विरोध के कारण सरकार को इसे रोकना पड़ा है और स्मार्ट मीटर पर भी हम सरकार को फैसले वापस लेने को विवश कर देंगे।जन जागरण अभियान में विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डा. मदन मोहन झा, पार्टी के वरिष्ठ नेता ब्रजेश पाण्डे सहित कई नेतागण शामिल रहे।