कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने सरकार के कार्यों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में कोई भी जनप्रतिनिधि जनता के वेलफेयर कामों करता है लेकिन जिस तरीके से अवसर सही बिहार में हावी है सरकार के वेलफेयर योजनाएं बिहार के जनता तक पहुंच रहे हैं कि नहीं इसकी जांच सरकार को करनी चाहिए कि किस तरीके से बिहार के अफसर मनमानी कर रहे हैं इसकी मॉनिटरिंग होनी चाहिए इस तरीके के वार प्रतिवार नहीं करने चाहिए इससे विकास के कार्य बाधित होते हैं और अफसर शाही हावी होती है मेरा इसमें व्यक्तिगत बयान है कि इस तरीके के पॉलिटिकल पार्टी को एक दूसरे पर आप नहीं लगानी चाहिए इससे जनता के कार्य बाधित होते हैं जिस तरीके से बिहार में अपराधी घटनाएं बढ़ रही हैं मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची का बर्बरता के साथ हत्या कर दी जाती है और पटना सिटी में भाजपा नेता को किस तरीके से मारा जाता है सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ गया है जिस तरीके से हमारे क्षेत्र में भी अभी सूचना मिल रही है एक हत्या कर दी गई है और वही बिहार में किसी भी अधिकारी के पास चाय तो काम करने के लिए चढ़ावा देना पड़ता है जो सरकार वैकेंसी निकल रही हैं उसमें दलित के बच्चे को आरक्षण नहीं मिल रहा है इस तरीके से बिहार के मुद्दे होने चाहिए ना कि एक दूसरे पर आरोप लगाने चाहिए