बिहार में सरकार बदल चुकी है. कुछ दिनों पहले तक जो चाचा-भतीजे की सरकार चल रही थी, वह अब खत्म हो चुकी है. नई सरकार का गठन हो गया है और अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के साथ मिलकर सरकार चलायेंगे. जिसके बाद से सियासत की गतिविधियां बदल गई है. एक तरफ सरकार तो गिरी लेकिन दूसरी ओर शुरु हो गई है क्रेडिट वॉर जो कि खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. नई सरकार के गठन के साथ ही आरजेडी और जेडीयू के बीच क्रेडिट वॉर थमती नहीं दिख रही है. पहले ये लड़ाई मुंह जुबानी चल रही थी. लेकिन, अब विज्ञापन में बदल गई है. तमाम अखबारों में राजद और जदयू अपने काम गिना रही है.
जेडीयू ने नीतीश कुमार को दिया क्रेडिट
इससे पहले आपको याद दिला दें कि, दो दिन पहले राजद की ओर से 'धन्यवाद तेजस्वी' शीर्षक के नाम से विज्ञापन छपा था. इस बड़े से विज्ञापन के जरिये महागठबंधन की सरकार रहते हुए जो भी काम जनता के लिए हुए उसे लेकर तेजस्वी यादव को क्रेडिट दिया गया था. कई तरह की उपलब्धियां गिनवाई गई थी. तो वहीं अब जेडीयू की ओर से 'मेरा नेता, मेरा अभिमान' के नाम से विज्ञापन छपा है. जिसमें सीएम नीतीश कुमार को क्रेडिट दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, जेडीयू के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी की ओर ये विज्ञापन दिया गया है. हम आपको विस्तार से बताते हैं कि, आखिर विज्ञापन में क्या कुछ दिखाया गया है...
विज्ञापन में गिनवाई उपलब्धियां
तो जदयू के इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फोटो लगी है और साथ में लिखा है 'मेरा नेता, मेरा अभिमान' और नीतीश कुमार के सतत प्रयासों के लिए आभार जताया गया है. साथ ही विज्ञापन में सीएम नीतीश के कामों को गिनाया गया है. विज्ञापन में 7 निश्चय-1 और 7 निश्चय-2 का जिक्र किया गया है. हर घर बिजली, स्वच्छ पानी, हर गांव पक्की सड़क, पक्की नाली, राज्य को 94 लाख गरीब परिवारों को 2-2 लाख की आर्थिक सहायता, गेहूं और चावल के उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि बताई है. इसके अलावा 2020 में युवाओं को 10 लाख नौकरी और रोजगार देने का वादा, 5 लाख युवाओं को विभिन्न विभागों में नौकरी और स्टार्टअप से रोजगार को बढ़ावा मिलने की बात कही है. साथ ही साथ राज्य का बजट 2005 में 23,800 करोड़ से 2023-24 में 2,61,885 लाख करोड़ करने का जिक्र है.
'धन्यवाद तेजस्वी' में क्या था
वहीं, इससे पहले आरजेडी के 'धन्यवाद तेजस्वी' के विज्ञापन की बात करें तो उसमें तेजस्वी के सरकार में रहने के दौरान किए गए कामों को बताया गया था. जिसमें 4 लाख नौकरियां, लाखों नौकरियों की प्रक्रिया, जातिगत सर्वे, 75 फीसदी आरक्षण की सीमा, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दौरा, शहरों में वॉटर ड्रेनेज सिस्टिम, सड़कों, पुलों, बाईपास का निर्माण, मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना, टूरिज्म, स्पोर्टस और आईटी पॉलिसी, टोला सेवक, विकास मित्र, शिक्षा मित्र जैसी योजनाओं का जिक्र था.
फुल फॉर्म में आ गई है जेडीयू
तो कुल मिलाकर देखा जाए तो आरजेडी और जेडीयू में अपने-अपने नेता को बेहतर पेश करने की होड़ लगी है और नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ बीजेपी के साथ जाने के बाद क्रेडिट वॉर और तेज हो गई है. इधर, जेडीयू फुल फॉर्म में आ गई है. वहीं, 4 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेतिया में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद भी चंपारण की धरती से होगा. बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह पहला दौरा है. इस कार्यक्रम में मंच पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे.