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केरल में 'निपाह वायरस' का बढ़ रहा खतरा, अब एक हेल्थ वर्कर भी पॉजिटिव, 9 साल के बच्चे की हालत गंभीर

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केरल के कोझिकोड में लगातार निपाह वायरस के केस सामने आने के बाद हालत चिंताजनक हो गई है. अब तक यहां निपाह वायरस के पांच केस सामने आ चुके हैं. हाल ही में एक हेल्थ वर्कर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. जबकि, 9 साल के बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. इस वायरस के चलते अब तक कोझिकोड में दो लोगों की जान भी जा चुकी है. फिलहाल तीन मरीज संक्रमित हैं. हाल-फिलहाल में 24 साल के एक हेल्थ वर्कर के संक्रमित होने की बात सामने आई है. इसे मिलाकर अब तक 5 मरीज संक्रमित हो चुके हैं.

हालांकि, केरल सरकार ने गुरुवार को कहा है कि कोझिकोड जिले में निपाह के प्रकोप के बारे में आशंकित होने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन लोगों को अपनी दैनिक गतिविधियों में सावधानी बरतने की जरूरत है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने विधानसभा में कहा कि हम सब मिलकर सावधानी के साथ इस मुद्दे से निपट सकते हैं. सरकार ने ICMR को मोनोक्लोनल एंटीबॉडी मुहैया कराने के लिए कहा है. यह निपाह वायरस संक्रमण के लिए एकमात्र उपलब्ध एंटी-वायरल उपचार है, हालांकि यह अभी तक चिकित्सकीय रूप से सिद्ध नहीं है.

निपाह वायरस कैसे फैलता है?

निपाह वायरस एक नया वायरस है जो जानवरों के जरिए इंसानों में फैलता है. इसका सबसे पहला मामला मलेशिया में साल 1999 में पाया गया था. इसके बाद सिंगापुर और बांग्लादेश में भी इस वायरस के मामले दर्ज किए गए. ये वायरस चमगादड़ों और सूअर के जरिए इंसानों तक फैलता है. वहीं अगर इस वायरस से संक्रमित कोई चमगादड़ या सूअर किसी फल का सेवन करता है, तो उस फल के जरिए भी निपाह वायरस का प्रसार इंसानों में हो सकता है. अगर किसी शख्स की निपाह वायरस की वजह से जान गई, तो उस परिवार के दूसरे सदस्य भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. ऐसे में किसी भी निपाह संक्रमित व्यक्ति का अंतिम संस्कार करते समय जरूरत से ज्यादा सावधानी बरतनी होगी. ये वायरस इतना खतरनाक बताया गया है कि इससे किसी की जान भी जा सकती है.

निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं?

अगर कोई भी शख्स निपाह वायरस से संक्रमित होगा तो उसमें तेज बुखार, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, एटिपिकल निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई पड़ेंगे. वहीं अगर स्थिति ज्यादा गंभीर रही तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और 24 से 48 घंटे में कोमा में जा सकता है.निपाह वायरस के लक्षण किसी भी इंसान में 5 से 14 दिन के भीतर दिख सकते हैं. लेकिन कुछ मामलों में ये 45 दिनों तक खिंच सकता है. ये वायरस से जुड़ा सबसे खतरनाक पहलू है क्योंकि आपको पता भी नहीं चलेगा और आप कई दूसरे लोगों को इस वायरस से संक्रमित कर देंगे. कुछ मामले ऐसे भी हो सकते हैं जहां पर व्यक्ति निपाह से संक्रमित हो, लेकिन उसमें कोई लक्षण दिखाई ना पड़े.

कैसे पकड़ में आएगा संक्रमण?

अगर आपको शक है कि आप इस वायरस के संपर्क में आए हैं तो इसका एक RT-PCR टेस्ट करवाया जा सकता है. इसके अलावा PCR, सीरम न्यूट्रिलाइजेशन टेस्ट और एलाइज़ा टेस्ट के जरिए इस वायरस की पहचान की जा सकती है.

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