DESK:-लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में आज बिहार के पांच सीटों पर मतदान हो रहा है.इसमें बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है.आज को विंटग को देखते हुए कई लोग देश की पहले बूथ लूट के काले अध्याय को याद कर रहे हैं,जो बेगूसराय जिले के रचियाही में 1957 के उपचुनाव में हुई थी.उस समय इलाके के कुख्यात कामदेव सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी सरयुग सिंह के लिए वोट लूटी थी.इसमें हथियार के बल पर दूसरे गांव के लोगों को रचियाही स्थित कचहरी बूथ पर आने से रोक दिया था और उनके गुर्गो ने फर्जी तरीके से एकतरफा वोगस लोट कर दिया था.उस चुनाव में कांग्रेस के सरयुग सिंह ने कम्युनिस्ट पार्टी के चन्द्रशेखर सिंह को हराया था.
स्थानीय लोगों की मानें तो 1952 के पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेगूसराय विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन 1956 में विधायक के निधन के बाद 1956 में हुए उपचुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के चंद्रशेखर सिंह ने सीट पर कब्जा कर लिया था,फिर 1957 में दूसरे विधानसभा चुनाव में निवर्तमान विधायक चन्द्रशेखर सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी सरयुग सिंह के बीच थी.
बताया जाता है कि रचियाही कचहरी टोल में रचियाही, मचहा, राजापुर और आकाशपुर गांव के लोग वोट करने आ रहे थे कि इलाके के कुख्यात कामदेव सिंह ने अपने समर्थकों के साथ हथियार के बल पर राजापुर और मचहा गांव के मतदाताओं कोफ वोचिंग कर दी.जब कुछ लोगों ने विरोध किया तो उन्हें खदेड़ दिया गया.इस तरह से बेगूसरया के रचियाही देशभर में पर आज की स्थिति यहां पूरी तरह से बदल गई है.यहां के लोग अब आराम से वोट करते हैं.यहां के लोग अब अपने अपने पसंद के उम्मीदवारों को वोट करते हैं और किसी तरह की जोर-जबरदस्ती नहीं की जाती है.