देशवासियों का इंतजार आखिरकार आज खत्म हो ही गया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ विज्ञान भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को राजीव कुमार संबोधित किया. बता दें कि, कुल 7 चरणों में लोकसभा चुनाव को लेकर वोट डाले जायेंगे. वोटिंग की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी.
पहले चरण की वोटिंग - 19 अप्रैल
दूसरा चरण की वोटिंग - 26 अप्रैल
तीसरा चरण की वोटिंग - 7 मई
चौथा चरण की वोटिंग - 13 मई
पांचवां चरण की वोटिंग - 20 मई
छठा चरण की वोटिंग - 25 मई
सातवां चरण की वोटिंग - 1 जून
अंतिम दिन की वोटिंग के बाद 4 जून को रिजल्ट जारी किया जायेगा.
वोटिंग को लेकर दी पूरी जानकारी
वहीं, प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए राजीव कुमार ने चुनाव को लेकर पूरी जानकारी दी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कितने वोटर्स हैं, कितने बूथों पर वोटिंग होगी, क्या-क्या इंतजाम होंगे, इन सभी को लेकर जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि, चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है. उन्होंने कहा कि चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे. 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए 1.5 करोड़ पोलिंग अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि 1.82 करोड़ युवा वोटर्स हैं, जो कि इस बार मतदान करेंगे. उन्होंने कहा कि 18 से 29 साल के साढ़े 21 लाख वोटर हैं.
ECI के सामने 4 चुनौतियां
सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर ECI के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन. उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को समाचार पत्रों और अन्य मीडिया आउटलेट्स में तीन बार जानकारी प्रकाशित करनी होगी. राजनीतिक दल को यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया.
आचार संहिता भी लागू
मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि, हिमालय से समुद्र तक और रेगिस्तान से बारिश वाले पूर्वोत्तर तक बूथों पर एक जैसी सुविधा होगी. 85 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वोटर या दिव्यांग वोटर के घर फॉर्म भिजवाएंगे, ताकि वो घर से वोट डाल सकें. बूथ पर वो आएंगे तो उनको आयोग वोलेंटियर सहयोग करेंगे. इस बीच आपको यह भी बता दें कि, तारीखों की ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने आचार संहिता भी लागू कर दिया है. अब सभी राजनीतिक दलों को आचार संहिता का पालन करना होगा. आयोग ने चुनाव की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर किसी तरह के सवाल ना उठे.