MUNGER:-हीट वेव की वजह से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है. मुंगेर में एक दरोगा की मौत हो गई इसके बाद पूरे पुलिस मुख्यालय में मातम छा गया.
दरअसल गुरुवार की दोपहर ड्यूटी के दौरान दरोगा ददन प्रसाद सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर से पुलिस लाइन स्थित अपने बैरक में पहुंचाने के लिए कहा। पुलिस लाइन पहुंच उन्होंने पानी पीया तथा लघुशंका के लिए गए। वहां से लौटते समय अचानक चक्कर खाकर गिरे व बेहोश हो गए। इसके बाद पुलिस लाइन के जवानों की मदद से उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से पुलिस के जवानों ने उनके पुत्र को फोन किया कि उनके पिता की तबीयत खराब है, वे लोग जल्दी मुंगेर पहुंचे। इस क्रम में सदर अस्पताल में स्थित नाजुक होने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।
मौत के बाद उनके शव को पुलिस लाइन लाया गया, जहां मूँगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया। इसके बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया। मृतक दरोगा ददन प्रसाद सिंह की पत्नी कल्याणी देवी चित्कार मारकर रो रो के बुरा हाल था।
उनका दो माह से वेतन बंद था।वही पुत्र अंकुर प्रकाश ने बताया कि उनके पिता का स्थानांतरण चुनाव से पूर्व मुंगेर हुआ था। वे शेखपुरा से मुंगेर आए थे। मृतक दारोगा ददन प्रसाद से अपने पीछे अपनी पत्नी कल्याणी देवी व तीन पुत्र अतुल आनंद, अंकुर प्रकाश व अंकित को छोड़ चल गए हैं।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि दरोगा ददन प्रसाद सिंह यातायात थाना में पदस्थापित थे। गुरुवार को ड्यूटी के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हुई। उनके इलाज के लिए पूरा प्रयास किया गया लेकिन इलाज के क्रम में उनकी मृत्यु हो गई.शोक सलामी के बाद उनके परिजनों को पार्थिव शरीर को सौंप दिया तथा पटना के लिए रवाना कर दिया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। पुलिस फोर्स अनुशासित होती है यहां नियम के अनुसार काम होता है। स्वजनों के आरोप की जांच कराई जाएगी।
वैसे दरोगा ददन प्रसाद सिंह पैतृक आरा जिला के निवासी थे मगर पटना में अपना मकान बनाकर अपने पत्नी और तीन बेटो के साथ रह रहे थे।उनके पार्थिव शरीर को सलामी के बाद पुलिस वाहन से छः पुलिसकर्मियों के साथ पटना भेज दिया गया.
मुंगेर से मनीष की रिपोर्ट