Desk- पहले सिपाही फिर दरोगा और स्थाई पोस्टिंग के एक सप्ताह के भीतर ही खुदकुशी.. यह मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से है जहां एक महिला दारोगा ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली है. परिवार के साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारी इस खुदकुशी को लेकर आश्चर्य में है क्योंकि कोई वजह का पता अभी तक नहीं चल पाया है.
मिली जानकारी के अनुसार साल 2020 बैच की प्रशिक्षु महिला दारोगा दीपिका कुमारी मुजफ्फरपुर के साइबर थाने में तैनात थी. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 21 जून को उसकी साइबर थाने में पोस्टिंग हुई थी. दीपिका कुमारी दारोगा बनने से पहले सिपाही के पद पर तैनात थी. वो शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा, रोसड़ा और हाजीपुर जेल में तैनात थी. दारोगा की नौकरी लगने के बाद से उसने अपने सिपाही के पद से इस्तीफा दे दिया था,और अब अपनी जिंदगी से भी उसने इस्तीफा दे दिया है.
महिला दारोगा ने आखिर ऐसा कदम क्यों उठाया इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है.वह मुजफ्फरपुर के लक्ष्मी नारायण नगर में किराए के आवास में रहती थी, और वहीं पर उसने आत्महत्या कर ली. जानकारी के बाद उनके पुरुष मित्र ने जेल में तैनात सिपाही रोहित सिंह को कॉल करके सूचना दी. साथ ही पटना में रह रहे प्रशिक्षु दारोगा के परिवार वालों को इसकी सूचना दी.
सूचना के बाद मिठनपुरा थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. इसके बाद उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित भी अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घटना के संबंध में साइबर थाने की टीम और मृतका के परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी ली. पुलिस ने मृतका के पिता राजनंदन प्रसाद का बयान दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
वहीं मृतका दीपिका के पिता राजनंदन प्रसाद ने बताया कि दीपिका की साइबर थाने में तैनाती होने पर हम लोग वहां गए थे और फिर वापस आ गए थे. उसे समय वह बहुत खुश नजर आ रही थी. सुबह में उसने मां को फोन की थी और वह काफी तनाव में होने की बात कही थी पर वजह नहीं बताई थी. बातचीत के एक घंटा बाद ही उसके खुदकुशी करने की खबर आई है.