सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में एक बार फिर दिल्ली-NCR टॉप पर हैं. एक अक्टूबर 2022 से 30 सितंबर 2023 तक दिल्ली में PM2.5 का स्तर 100.1 माइक्रोग्राम्स प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की लिमिट से 20 गुना ज्यादा है. वहीं पटना 99.7 माइक्रोग्राम्स प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई.
आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि दस सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में सात जिले दिल्ली-एनसीआर और बिहार के हैं. ये दोनों ही इलाके इंडो-गैंगेटिक प्लेन का हिस्सा है. मिजोरम के आईजॉल में सबसे साफ हवा मिलती है. वहां पर PM 2.5 का स्तर मात्र 11.1 माइक्रोग्राम्स प्रति क्यूबिक मीटर है. यहां सबसे ज्यादा प्रदूषण अक्टूबर से मार्च में होता है.
अगर 2019 से 2023 के बीच छह बड़ी राजधानियों की वायु गुणवत्ता में सुधार आया या नहीं तो मुंबई में एयर क्वालिटी खराब होती जा रही है. लेकिन दिल्ली और लखनऊ में सुधर रही है. 1 अक्टूबर 2023 से ग्रेडेड रिसपॉन्स एक्शन प्लान (GARP) का रिवाइज वर्जन जारी किया गया है. ताकि वायु प्रदूषण पर लगाम लगाया जा सके.
ये हैं सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले शहर
1. दिल्ली - 100.1
2. पटना- 99.7
3. मुजफ्फरपुर- 95.4
4. फरीदाबाद - 89
5. नोएडा- 79.1
6. गाजियाबाद- 78.3
7. मेरठ- 76.9
8. नलबारी- 75.6
9. आसनसोल- 74
10. ग्वालियर- 71.8
कहां-कितना प्रदूषण घटा और बढ़ा
पिछले साल की तुलना में इस साल दिल्ली में प्रदूषण चार फीसदी घटा है. पटना में 24 फीसदी बढ़ा है. मुजफ्फरपुर में 9 फीसदी बढ़ा है. फरीदाबाद और नोएडा में 12-12 प्रतिशत घटा है. गाजियाबाद में 25 फीसदी कमी आई है. मेरठ में 11 फीसदी कमी आई है. आसनसोल में 49 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. ग्वालियर में 66 फीसदी प्रदूषण बढ़ा है.
GARP का नया नियम लागू किया गया
जीएआरपी के नियम दिल्ली और आसपास के 24 जिलों पर लागू होगा. जिसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) कहते हैं. 10 सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले शहरों और छह प्रमुख राजधानियों में हर तिमाही और सालाना PM2.5 का स्तर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के Good Level से भी ज्यादा है. ये 30 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है. जबकि WHO की गाइडलाइन के हिसाब से 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए.