राजधानी पटना में नियोजित शिक्षकों का 13 फरवरी को दमदार प्रदर्शन देखने के लिए मिला. सदन के अंदर जहां एक तरफ बजट सत्र की कार्यवाही चल रही थी तो वहीं सदन के बाहर नियोजित शिक्षक अपनी मांग को लेकर डटे हुए थे. पूरे दिन जमकर नारेबाजी हुई और मांगों को लेकर सरकार को खूब कोसा. इसके साथ ही शाम होते-होते शिक्षकों का प्रदर्शन और भी उग्र हो गया. नतीजा यह हुआ कि, आंदोलन कर रहे सभी शिक्षक आउट ऑफ कंट्रोल हो गए और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को उन पर लाठियां चटकानी पड़ी. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को पुलिसकर्मियों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.
15 फरवरी को डिप्टी सीएम करेंगे बात
कुल मिलाकर देखा जाए तो राजधानी पटना में पूरे दिन गहमागहमी देखने के लिए मिली. वहीं, शिक्षकों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने उन्हें भरोसा दिलाया है. विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे बिहार के नियोजित शिक्षकों से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी 15 फरवरी को बातचीत करेंगे. बड़ी संख्या में आंदोलनरत शिक्षक मंगलवार शाम को पटना में सम्राट चौधरी से मिलने बीजेपी ऑफिस पहुंचे थे. डिप्टी सीएम ने उन्हें गुरुवार दोपहर दो बजे मिलने का समय दिया है. हालांकि, बीजेपी कार्यालय के बाहर जुटे शिक्षकों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं. साथ ही पुलिस ने महिला टीचर्स को हिरासत में भी लिया.
पुलिसकर्मियों से शिक्षकों की हुई थी झड़प
जैसै कि आपको मालूम होगा कि, बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार सक्षमता परीक्षा लेने जा रही है. इस परीक्षा को पास करने के लिए नियोजित शिक्षकों को पांच मौके दिए जायेंगे. लेकिन, शिक्षक इस परीक्षा का विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को पटना के गर्दनीबाग में बड़ी संख्या में राज्यभर से आए शिक्षक एकत्रित हुए और विधानसभा घेराव की कोशिश की. हालांकि, पुलिस ने उन्हें वहीं पर बैरिकेड लगाकर रोक दिया. इसके बाद शाम में कुछ प्रदर्शनकारी बीजेपी कार्यालय पहुंच गए और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मिलने की जिद पर अड़ गए. इस दौरान बीजेपी कार्यालय के बाहर शिक्षकों की पुलिस से झड़प हो गई.
शिक्षा मंत्री ने भी दिया आश्वासन
जिसके बाद ही पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस ने शिक्षकों पर लाठीचार्ज कर दिया जिससे वीरचंद पटेल पथ समेत आस-पास यातायात ठप हो गए. कोतवाली पुलिस 10 प्रदर्शनकारियों को पकड़कर थाने ले गई. पीआर बांड भरने के बाद सभी को छोड़ दिया गया. वहीं, कोतवाली थानेदार ने बताया कि, 10 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के लाठीचार्ज में कुछ शिक्षकों को चोट भी आई. बता दें कि, शिक्षा मंत्री ने भी बयान दिया था कि जो भी शिक्षक परीक्षा में फेल होंगे उन्हें लेकर बाद में निर्णय लिया जाएगा.