राजधानी पटना में पिछले दिनों से नियोजित शिक्षक डटे हुए हैं. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच 15 फरवरी को देर शाम डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से भाजपा कार्यालय में शिक्षक संघ की बातचीत हुई. जिसमें एक बार फिर से शिक्षकों को आश्वासन दिया गया है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नियोजित शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि, उनकी नौकरी नहीं जायेगी. इसके साथ ही सम्राट चौधरी की ओर से 2 दिन की मोहलत ली गई है. इस दौरान डिप्टी सीएम, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी से बातचीत करेंगे. जिसके बाद कोई फैसला लिया जायेगा. इस बीच नियोजित शिक्षकों को सरकार के फैसले का बेसब्री से इंतजार है.
शिक्षा मंत्री ने भी दिया था आश्वासन
इस बीच यह भी खबर है कि, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए तीन आनलाइन परीक्षाओं में किसी एक में पास होना अनिवार्य कर दिया था. लेकिन, अब ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प भी सरकार ने शिक्षकों को मुहैया करा दिया है. दरअसल, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनने के लिए सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी है. अभी तक इसके लिए तीन ऑनलाइन परीक्षा का प्रावधान है. शिक्षकों की तरफ से लगातार मांग की जा रही थी कि ऑनलाइन परीक्षाओं के साथ ऑफलाइन (लिखित) परीक्षा हो. ऐसा नहीं होने पर पुराने शिक्षकों को कठिनाई होगी. मुख्यमंत्री ने इनकी परेशानी को देखते हुए दो बार ऑफलाइन (लिखित) सक्षमता परीक्षा भी आयोजित करने का निर्णय लिया है.
'धैर्य रखें और किसी बहकावे में न आएं'
इस दौरान शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने शिक्षकों से अपील की है कि, वे धैर्य रखें और किसी बहकावे में न आएं. कुछ लोग अपना हित साधने के लिए उन्हें उकसा सकते हैं. सरकार उनके हितों का ख्याल रखेगी. हाल के दिनों में शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हुआ है. बता दें कि, शिक्षा मंत्री ने आंदोलन के दिन ही शिक्षकों को नौकरी नहीं जाने का आश्वासन दिया था. हालांकि, नियोजित शिक्षक अब भी नाराज हैं. शिक्षकों की मांग है कि उन्हें बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए. इस बीच कई शिक्षकों के आवेदन भरने की खबरें भी सामने आई है. खैर, सरकार की ओर से क्या कुछ निर्णय लिया जाएगा फिलहाल इस पर सभी की नजरें टिकी है.