अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद का बयान
3 से 4 जुलाई के बीच गंडकी नदी पर ध्वस्त पुल के दोषी हैं कार्यपालक अभियंता।
उड़ान दस्ता दल स्थल पर पहुंच गई।
दोषी अभियंता और ठेकदार को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
आने जाने के लिए काम हो रहा है।
टूटे पुल का निर्माण के लिए राशि संवेदक से वसूल किया जाएगा।
पुराने पुल पर एतिहात बरतने चाहिए थी।
वह नहीं किए। 30 साल पुराने पुल थे।
उन्होंने उचित कार्रवाई नहीं की। जल ससाधान विभाग की उड़ाही के कारण पुल पुलिया टूटा है।
अन्य पुल टूटे पर सीएम ने मीटिंग की है Sop का पालन होगा।
क्वालिटी कंट्रोल देखा जायेगा हर विभाग मेंटेंसेज पॉलिसी बनाएगी।
पुराने पुल को भी मेंटेंस का जवनदेही विभाग लेगा
जल ससाधन विभाग ने फॉर्मेट बनाकर जिला को भेजा है।
सभी पुल पुलिया का सर्वेक्षण किया जा रहा है सभी विभाग इसपर जुटे हैं।
जल ससाधान के नहर पर कितनी पुल पुलिया है
जल ससाधान विभाग के पुल पुलिया की संख्या के सवाल पर चैतन्य प्रसाद ने कहा है कि डाटा है। फिलहाल लेकर नहीं आए
सभी अभियंता को पत्र लिखा गया है कि उड़ाही के कारण कमजोर हुए पुल पुलिया को निरिसझान किया जायेगा।
गंधक छारी योजना के तहत जी170 किलोमीटर लंबी,19 मीटर चौड़ा और 3 मीटर गहरी उड़ाही हो रहीं है। गंगा को अविरल बनाया जा रहा है।