भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में पार्टी की एक उच्चस्तरीय टीम आज दरभंगा पहुंची और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी से मिलकर उनके पिता की नृशंस हत्या पर गहरा शोक प्रकट किया. उनके साथ आरा के सांसद सुदामा प्रसाद, विधान पार्षद शशि यादव और मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा भी शामिल थे.मुलाकात के बाद दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में सुशासन और विकास का नारा बेमानी हो गया है. अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और अपराधी बेलगाम और बेखौफ हैं.मृतक वृद्ध जो बिहार के एक बड़े नेता के पिता हैं, जब उनकी नृशंसता हत्या कर दी जाती है, तो आमलोग की हालत क्या होगी? चुनाव के बाद दर्जनों हत्याएं हुई हैं और दलित-वंचितों के ऊपर हमले बढ़े हैं. सुशासन के नाम पर आई सरकार जंगल राज का प्रतिनिधि बन गई है और भाजपा साथ रहते हुए आग में रोटी सेंकने का काम कर रही है. पुल टूट रहे हैं, परीक्षा प्रश्न पत्र लीक हो रहे हैं. लगता है कि सरकार का इकबाल ही गिर गया है. राज्य में पुल ही नहीं बिहार की शासन व्यवस्था ढह रही है.