Motihari -बिहार में नीट पेपर लीक मामले के बाद एक और बड़ा मामला उजागर हुआ है। मोतिहारी में ग्रामीण डाक सेवक बहाली के दौरान फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन दिया गया था, हवाई से फर्जी डिग्री धारी और मुन्ना भाई पकड़ में आ रहे हैं.
मुझे जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में ग्रामीण डाक सेवक के लिए मोतिहारी से वैकेंसी निकली थी । वैकेंसी निकलने के बाद कई बेरोजगार युवक युवतियों ने अपने बेहतर भविष्य के लिए नौकरी की उम्मीद में ऑनलाइन अप्लाई किया था पर यहाँ भी मुन्नभाइयों ने एंट्री ले ली.
ज्यादा मार्क्स के आधार पर चयन हो जाने के बाद सभी चयनित अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था। काउंसिलिंग के बाद जब सभी अभ्यार्थीयो का सर्टिफिकेट जांच में भेजा गया तो करीब 19 मुन्नाभाई को चिन्हित किया गया है और अभी दस लोगो के सर्टिफिकेट का जांच होकर आना बाकी है। दरअसल ग्रामीण डाक सेवक की बहाली मार्क्स बेसिस पर होती है । जिसका ज्यादा मार्क्स उसे ग्रामीण डाक सेवक बनाया जाता है। बहाली माफिया इसी का फायदा उठाते हैं और बहाली का ठेका ले लेते है । फिर यही माफिया सिंडिकेट ज्यादा मार्क्स का फर्जी सर्टिफिकेट की व्यवस्था करता है। बहाली के इस खेल में कई बार कार्यालय की भी मिलीभगत रहती है।
इस बाबत डाक विभाग के अधीक्षक आशुतोष आदित्य ने बताया कि अभी 19 फर्जी सर्टिफिकेट वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश संबंधित इलाके के डाक निरीक्षक को दे दिया गया है। बता दे कि जिन फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर उन्नीस अभ्यार्थियों का चयन हो गया था उनमें जम्मू कश्मीर बोर्ड,वेस्ट बंगाल बोर्ड और झारखंड बोर्ड के नाम से फर्जी सर्टिफिकेट शामिल है।
मोतिहारी से प्रशांत की रिपोर्ट