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बेगूसराय में कई स्कूलों के दर्जनों बच्चे हुए बेहोश, अभिभावकों ने केके पाठक और DM पर लगाए गंभीर आरोप

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BEGUSARAI- सुबह में अधिकतम तापमान 47 डिग्री पार कर गया है. भीषण गर्मी से लोगों में त्राहिमाम मचा हुआ है और शिक्षा विभाग के एक  अधिकारी के आदेश के कारण सरकारी विद्यालय के बच्चे एवं शिक्षकों के साथ अभिभावक परेशान नजर आ रहे हैं । प्रचंड गर्मी के कारण बेगूसराय जिले में भी छात्र-छात्राओं के बेहोश होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
जिले के मटिहानी प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय मटिहानी में 20 छात्राएं बेहोश हो गई । तो वहीं बखरी प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय मोहनपुर में भी लगभग दर्जन भर बच्चे बेहोश हुए   साथ ही कन्या मध्य विद्यालय मंझौल में एक छात्र एवं महादेव स्थान में भी छात्र बेहोश हुआ। इन सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवा कर इलाज किया जा रहा है.

 मध्य विद्यालय  मटिहानी में पढ़ने वाली कोमल कुमारी  संजना कुमारी राजनंदनी कुमारी रजनी कुमारी चांदनी कुमारी सोनम कुमारी नन्ही कुमारी गुड़िया कुमारी खुशी कुमारी इच्छा भारती सहित कुल 20 बच्चों का इलाज मटिहानी रेफरल अस्पताल में कराया गया. वहीं कोई बखरी प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर में कृष्ण कुमार रोशन कुमार प्रिंस कुमार सुधांशु कुमार केशव कुमार गुड्डी कुमारी पीयूष कुमार साक्षी कुमारी काजल कुमारी मौसम कुमारी की तबीयत बिगड़ने की सूचना है।

मध्य विद्यालय मटिहानी के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने बताया कि अत्यधिक गर्मी पड़ने के कारण बच्चे बेहोश हो रहे हैं मेरे विद्यालय के सभी वर्ग कक्ष में पंखा चल रहा है बिजली नहीं रहने की स्थिति में जनरेटर की व्यवस्था भी है । उमस भरी गर्मी के कारण बच्चियाँ अचानक बेहोश होकर गिरने लगी ।

 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर की प्रभारी प्रधानाध्यापक कुमारी प्रतिमा सिंह ने बताया कि हाईस्कूल में कुल 345 बच्चे नामांकित हैं इसके बचने के लिए मात्र दो कमरे उपलब्ध हैं चदरा का स्ट्रक्चर बनाया गया है जिसके कारण  बेहोश हुए।

 वही इस मामले को लेकर  राजनीतिक तापमान भी बढ़ गई है । पक्ष के साथ विपक्ष के नेता भी प्रचंड गर्मी में विद्यालय संचालन को लेकर अपर मुख्य सचिव के के पाठक पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अब अभिभावक भी अपर मुख्य सचिव का विरोध करने लगे हैं । अभिभावको ने सरकार एवं अपर मुख्य सचिव से विद्यालय में छुट्टी देने का मांग किया ।

 इन ग्रामीणों की माने  केके पाठक के सनकी रवैये के कारण  सभी जिले के जिलाधिकारी भी अपने शक्तियों को भूल गए हैं इससे पहले भी प्रचंड गर्मी या हार कंपा देने वाली ठंड में  जिलाधिकारी अपने स्तर से विद्यालयों में छुट्टी देने का ऐलान करते थे लेकिन वे अब अपनी शक्ति को भूल गए हैं या के के पाठक से डरे हुए हैं.

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