महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी मार्गदर्शिका 2022 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए, जिलाधिकारी पटना, शीर्षत कपिल अशोक द्वारा आज तीन बच्चों को दत्तक ग्रहण कार्यक्रम के तहत जोड़ा गया। जिसमे दो(2) बच्चो को भोजपुर एवं मुजफ्फरपुर, बिहार के दम्पंती द्वारा एवं एक बच्चे को इटली के दम्पति द्वारा गोद लिया गया ।इस अवसर पर, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, श्री उदय कुमार झा ने जानकारी दी कि SAA के लिंकेज के तहत 06 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के दत्तक ग्रहण का पटना में यह 10 वाँ मामला दर्ज किया गया है। । जिसमे सूर्योदय बाल गृह, राम जयपाल रोड पटना में आवासित 13 वर्षीय बालक को SAA CCI के तहत अरूणोदय विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान पटना के माध्यम से भोजपुर, बिहार के दंपत्ति द्वारा गोद लिया गया, जिसे मात्र 08 वर्ष की आयु में पटना जंक्शन से भूले भटके वयवस्था में प्राप्त किया गया था। वहीं निकेत बाल गृह, काँटी फक्ट्री रोड, कंकड़बाग, पटना में आवासित 15 वर्षीय बालक को सृजनी विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, पटना के माध्यम से मुजफ्फरपुर, बिहार के दंपत्ति द्वारा गोद लिया गया, साथ ही आशा किरण, बालिका गृह, पटना में आवासित एक 08 वर्षीय बालिका को सृजनी विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, पटना के माध्यम से इटली के दम्पंती द्वारा अंतर्देशीय दत्तक ग्रहण किया गया । उदय कुमार झा ने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बालिकाओं को गोद लेने की चाहत बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "स्थिति यह है कि दंपत्ति बेटी को गोद लेने के लिए दो से तीन साल का इंतजार कर रहे हैं।" उन्होंने आगे बताया कि जिले में पिछले पांच वर्षों में कुल 95 बच्चे गोद लिए गए हैं, जिनमें से 62 बालिकाएं और 33 बालक दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया अंतर्गत गोद लिए गए हैं।