डॉ चंद्रशेखर सिंह को एक बार फिर से पटना का जिलाधिकारी बनाया गया है। बुधवार को डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने अपना पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर पटना के पूर्व जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने उन्हें बुके देकर स्वागत किया । जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि जनहित के मामलों को सर्वाेच्च प्राथमिकता देना, विकासात्मक एवं लोक-कल्याणकारी योजनाओं का तत्परतापूर्वक सफल क्रियान्वयन करवाना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। समाहरणालय में निवर्तमान जिला पदाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक से प्रभार ग्रहण करने के बाद अधिकारियों को संबोधित किया। प्रभार ग्रहण करने के बाद जिलाधिकारी डॉ. सिंह द्वारा जिला प्रशासन के नवदस्थापित पदाधिकारियों से परिचय प्राप्त किया गया। जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारियों तथा जिला-स्तरीय पदाधिकारियों के साथ योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत सभी प्रखंडों की गतिविधियों का नियमित अनुश्रवण किया जाएगा। राजस्व, आपदा प्रबंधन, अस्पताल, आपूर्ति, विकास सहित सभी विषयों पर समुचित ध्यान देने का निदेश दिया गया है।जिलाधिकारी डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेशों के अनुरूप तत्परता से कार्य किया जाएगा। कार्यालय संस्कृति को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बायोमेट्रिक एटेंडेंस प्रणाली के माध्यम से कर्मियों की ससमय उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। आम लोगों के प्रति कार्यालयों में अच्छा व्यवहार हो इसके लिए सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को निदेशित किया गया है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लक्षित वर्ग तक पहुँचे इसके लिए सभी पदाधिकारियों को तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहने का निदेश दिया गया है। गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए योजनाओं का ससमय क्रियान्वयन करने के लिए सभी पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है। सात निश्चय, लोक शिकायत निवारण, आपदा प्रबंधन सहित जनहित के सभी विषयों पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया गया। मेट्रो, सड़क, पुल आदि के निर्माण में भू-अर्जन के लंबित मामलों को त्वरित गति से निष्पादित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के विकास में सभी स्टेकहोल्डर्स का सहयोग एवं योगदान अपेक्षित है। विभिन्न स्रोतों से प्राप्त फीडबैक पर समुचित कार्रवाई की जाएगी। डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि विधि-व्यवस्था संधारण से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रशासन में पारदर्शिता एवं उतरदायित्व सुनिश्चित की जाएगी। सभी पदाधिकारी आपस में सुदृढ़ समन्वय तथा सार्थक संवाद स्थापित कर जनता के कार्यों का संवेदनशीलता के साथ निष्पादन करेंगे।