पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता मे समाहरणालय स्थित सभागार में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के जिला-स्तरीय अभियंत्रण कोषांग की बैठक हुई। पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को 580 विद्यालयों में राज्य निधि से असैनिक कार्यों की योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने का निदेश दिया गया। ये सभी विद्यालय पटना जिला के 23 प्रखंडों तथा पटना सदर शहरी क्षेत्र में अवस्थित है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में भौतिक सुविधाओं की परिपूर्णता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। बड़े पैमाने पर असैनिक निर्माण कार्य की योजनाओं को आने वाले समय में क्रियान्वित किया जा रहा है। योजनाओं के चयन एवं प्राथमिकता निर्धारण हेतु आज समिति की बैठक की गई है। प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में वृहत पैमाने पर निर्धारित मानक के अनुरूप राज्य निधि से असैनिक निर्माण कार्य कराया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना एवं क्रियान्वयन एजेंसियों यथा भवन निर्माण विभाग, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन-1 तथा 2, विद्युत कार्य प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंताओं को प्रखंडवार एवं योजनावार विद्यालयों में किए जाने वाले कार्यों की तकनीकी स्वीकृति के साथ मॉडल प्राक्कलन एक सप्ताह के अंदर समिति के समक्ष प्रशासनिक स्वीकृति हेतु उपस्थापित करने का निदेश दिया गया है। इन कार्यों में विभिन्न विद्यालयों में आवश्यकता के अनुरूप अतिरिक्त वर्ग कक्षों, बाउण्ड्री वॉल्स, स्वच्छ पेयजल तथा शौचालय सुविधाओं, विद्युतीकरण, बोरिंग, हैण्डवाश स्टेशन, किचेन, बेंच-डेस्क की सुविधा, भवन की वृहद मरम्मति एवं जीर्णोंद्धार, कार्यशाला एवं प्रयोगशाला के उपयोग की सामग्री, नया विद्यालय भवन, परिसर विकास इत्यादि शामिल है। इन कार्यों को प्राथमिकता निर्धारण के आधार पर चरणवार किया जाएगा। पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को विशिष्टियों के अनुरूप योजनाबद्ध ढ़ंग से कार्य करने का निदेश दिया गया है। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार सितम्बर माह में कार्य आरंभ करने का निदेश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना विभिन्न एजेंसियों, प्राचार्यों तथा अन्य सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ समन्वय का कार्य करेंगे। उप विकास आयुक्त, पटना प्रखंडवार प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करेंगे।जिलाधिकारी ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेशित किया गया है कि वे सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को कार्य की आवश्यकता एवं महत्ता के बारे में सेंसिटाइज (संवेदीकरण) करें। हरएक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विद्यालयों के प्राचार्यों के बीच उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन करेंगे। कार्यों की गुणवता सुनिश्चित करने, वितीय नियमों का अनुपालन करने तथा समयबद्ध ढ़ग से असैनिक निर्माण कार्य की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है।