Patna - बिहार की राजधानी पटना के DM चंद्रशेखर सिंह कामकाज की रैंकिंग में पिछड़ गए हैं और वह नीचे से पांचवें स्थान पर आए हैं जबकि टॉप स्थान बांका जिले के डीएम अंशुल कुमार टॉप आये है. सबसे फिसड्डी अररिया जिला साबित हुआ है.
बताते चलें कि बिहार में जिलाधिकारियों (DM) की पहली बार रैंकिंग जारी हुई है.राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने यह रैंकिंग जारी की है.सभी जिलों में विभाग से संचालित योजनाओं और कार्यों की समीक्षा के बाद जारी की है। इस रैंकिंग में डीएम के प्रदर्शन को आठ मानदंडों पर परखा गया है, जिनमें दाखिल-खारिज के मामलों का निपटारा, 'परिमार्जन प्लस' योजना, 'अभियान बसेरा-2', आधार सीडिंग, और एडीएम कोर्ट की निगरानी शामिल हैं।
बांका के डीएम अंशुल कुमार 56.80 अंकों के साथ शीर्ष पर रहे हैं। दूसरे और तीसरे स्थान पर शेखपुरा के आरिफ अहसान (51.33 अंक) और सिवान के मुकुल कुमार गुप्ता (42.68 अंक) रहे हैं।अररिया के डीएम अनिल कुमार को इस रैंकिंग में सबसे कम 20.9 अंक मिले हैं, जबकि राजधानी पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह को भी इस रैंकिंग में निचले पांच जिलों में जगह मिली है। उन्हें कुल 26.92 अंक मिले हैं। इस रैंकिंग में कुल 38 जिलों में से महज 10 जिलों के डीएम न्यूनतम पास मार्क्स 36 अंक ला पाए हैं.
अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग इस रैंकिंग को डीएम के वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट में शामिल करने की सिफारिश राज्य सरकार से करेगा।