DESK - स्कूल पहुंचने के बाद अपने सहयोगी शिक्षकों का फोटो खींचकर व्हाट्सएप ग्रुप में नहीं भेजने की वजह दर्जनों प्रधानाध्यापक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. जमुई के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 26 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी कर दिया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश से संबंधित स्कूल के साथ ही अन्य स्कूलों के प्रधानाध्यापकों में हड़कंप मचा हुआ है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने खैरा, सिकंदरा, सोनो, चकाई, झाझा और अलीगंज के 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण पूछा है। इस पत्र में कहा गया है कि
शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को सुबह 6 बजे सभी शिक्षकों के साथ नोटकैम के माध्यम से फोटो लेकर और फोटो के कैप्सन में विद्यालय का नाम, प्रधानाध्यापक का नाम सहित पदस्थापित शिक्षकों की संख्या एवं बिना सूचना के अनुपस्थिति शिक्षकों की संख्या अंकित करते हुए, शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में सुबह 6:10 तक भेजने का निर्देश दिया गया था। परी आदेश को दरकिनार करते हुए खैरा, सिकंदरा, सोनो, चकाई, झाझा और अलीगंज के 26 विद्यालयों के हेडमास्टर द्वारा फोटो खींचकर शिक्षा विभाग के ग्रुप में नहीं भेजा गया। जिस पर संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का एक दिन का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।