बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद इन दिनों पूरे तरह से सुर्खियों में बनी हुई हैं. ऐसा कहा जा रहा कि, अंबा प्रसाद भले ही यह दावा करे कि उन्हें राजनीति की वजह से परेशान किया जा रहा, एनटीपीसी और अदानी के खिलाफत करने की सजा ईडी के छापे के रूप में दी जा रही है. लेकिन, ईडी ने आधिकारिक रूप से अंबा के अवैध गतिविधियों के बारे में खुलासे किए हैं. इसके अनुसार, अंबा पर लेवी वसूली, अवैध वसूली, प्रतिबंधित भूमि पर जबरन कब्जा जैसे संगीन आरोप ही अंबा के खिलाफ कार्रवाई का आधार बने.
क्या कुछ है ईडी का दावा ?
ईडी ने दावा किया है कि, अंबा और उसके रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापे के दौरान कई ऐसे दस्तावेज एजेंसी के हाथ लगे हैं जो अंबा और उसके परिजनों के खिलाफ लगे आरोपी की पुष्टि कर रहे हैं. ईडी का दावा है कि, अंबा प्रसाद के खिलाफ लगे आरोप गंभीर प्रवृत्ति के है. इस पूरी कारवाई के दौरान ईडी ने 35 लाख रुपए भी बरामद किए हैं. तलाशी के दरम्यान कई डिजिटल उपकरण, अंचल कार्यालय से जुड़े दस्तावेज, हाथ से लिखी रशीद, डायरी, बैंक के कागजात सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज हाथ लगे हैं.
ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया
साथ ही ईडी ने दावा किया है कि, अंबा और उसके रिश्तेदारों के ठिकानों से अवैध बालू खनन से जुड़े साक्ष्य भी हाथ लगे हैं. ईडी अंबा, उनके पिता योगेंद्र साव और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ आईपीसी 1860, शस्त्र अधिनियम, 1959 की विभिन्न धारा के तहत हजारीबाग में दर्ज 15, से अधिक दर्ज मामलों के आधार पर छापे की कारवाई की है. खबर यह भी है कि, ईडी ने अंबा, उनके पिता योगेंद्र साव सहित कई रिश्तेदारों को समन जारी कर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष हाजिर होने का निर्देश जारी किया है.