Motihari- शराबबंदी वाले बिहार में एक तरफ जहरीली शराब से 50 से ज्यादा की मौत हो गई है वहीं दूसरी ओर बिहार के सरकारी स्कूल के शिक्षक शराब को लेकर अजब गजब की पढ़ाई करवा रहे हैं और मुहावरों का उदाहरण शराब और दारू से दे रहे हैं. ऐसे उदाहरण आपको थोड़ा अटपटा लग सकता है पर यह 16 आना सच है. ऐसा लगता है कि गुरु जी स्कूल आने से से पहले देसी दारू पी ली थी यही वजह है कि वे हर कहावत में दारू का उदाहरण देते रहे. स्कूल के चौथी क्लास में बोर्ड पर लिख कर बच्चों को पढाया कि-
हाथ पाँव फूलने का मतलब..समय पर दारू का नही मिलना !
कलेजा ठंडा होने का मतलब..पैग गले के नीचे उतरना !
नेकी कर दरिया में डाल का मतलब फ्री में दोस्तो को पिलाना!
स्कूल के ब्लैक बोर्ड पर लिखा यह कहावत सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी है जिसके बाद संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
याह अजब गजब मामला पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखण्ड के मध्य विद्यालय जमुआ का है. इस स्कूल के चौथी क्लास के ब्लैक बोर्ड पर लिखी कहावतें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. छात्रों को हिंदी की पढ़ाई के दौरान ब्लैक बोर्ड पर शराब की उदाहरण दी जाती है। सरकारी स्कूल में हिंदी मुहावरा के गजब गजब के उदाहरण देते हुए आज छात्रों को पढ़ाया गया है। आज बच्चों को पढ़ाया गया की हाथ पाँव के फूलने का मतलब होता है समय पर दारू का नही मिलना ! कालेज ठंडा होना मतलब पैग गले के नीचे उतारना ! नेकी कर दरिया में डाल का मतलब होता है फ्री में दोस्तो को पिलाना !
जब हमने इस बाबत ढाका के प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार से जानना चाहा कि क्या स्कूल में शराब की पढ़ाई करवाने की बात सही है तो प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने ना सिर्फ उक्त महिला शिक्षिका का नाम बताया बल्कि उन्होने यह भी बताया कि ब्लैक बोर्ड पर शराब का उदाहरण देकर पढ़ाई करवाने वाली शिक्षिका विनीता ने इनसे फोन पर मैसेज कर माफी मांगी है. हमने उससे स्पष्टीकरण की मांग किया है। जब हमने जमुआ मध्य विद्यालय के प्रधानध्यापिका सुलेखा झा से बात किया तो उन्होंने भी बोर्ड पर शराब की पढ़ाई की बात को सत्य बताते हुए अपना दुखड़ा सुनाया। सुलेखा झा के मुताबिक चौथी क्लास के बच्चों को शराब का उदाहरण देकर पढ़ाई करने की बात सही है. उन्हें बाद में पता चला है.
इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने शराब की पढ़ाई करवाने वाली महिला शिक्षिका का नाम बताते हुए कहा कि ''विनीता कुमारी नाम की शिक्षिका के द्वारा यह पाठ पढ़ाया गया है उनसे सभी शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाण पत्र के साथ स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
रिपोर्ट प्रशांत कुमार मोतिहारी