नमाज अदा करने के बाद सभी ने एक दूसरे से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी. इसके बाद अपने-अपने घरों में कुर्बानी दी गयी. बकरीद के अवसर पर एक दूसरे से मिलने का सिलसिला दिन भर चलता रहा. उधर बकरीद को देखते हुए रांची पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क रही. रांची के तमाम स्थानों पर आज सुबह 5 बजे से ही पुलिस बल अपनी ड्यूटी संभाल चुके थे, जो देर रात तक जारी रही. सुबह से मौसम का मिजाज साथ रहा. हल्की धूप में ईदगाहों में नमाज अदा की गई. रांची हरमू ईदगाह में मौलाना डॉ असगर मिस्बाही ने नमाज पढाई, तो डोरंडा ईदगाह में मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली ने नमाज पढ़ाई. हववारी मस्जिद में शहर काजी मुफ्ती क़मर आलम कासमी ने नमाज पढ़ाई, तो मस्जिद जाफरिया में मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी ने नमाज पढ़ाई।
सोशल मीडिया पर भी विशेष नजर पुलिस के द्वारा रखी जा रही है. रांची पुलिस के द्वारा एक दिन पूर्व ही यह संदेश जारी कर दिया गया था कि अगर कोई भी सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
दो हजार जवान बकरीद को देखते हुए राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल के साथ-साथ ड्रोन की टीम को भी तैनात किया गया है. सभी थाना प्रभारी नमाज के वक्त अपने-अपने इलाकों में भ्रमणशील रहे. बकरीद को लेकर राजधानी रांची में दो हजार पुलिस बलों की तैनाती की गई है. खासकर वैसे ही इलाके जहां बकरीद के समय पूर्व में सामाजिक सौहार्द बिगड़ा था. वहां विशेष निगरानी रखी जा रही है।
ईद और बकरीद पर हर वर्ष कर्बला चौक पर बच्चों के लिए झूला लगता आया है, इस वर्ष भी लगा है. जहां बच्चों का उत्साह देखते बनता है. बड़ों से ईदी लेकर घूमने जाना और झूला पर बैठना बच्चों को बहुत पसंद है।