ऑल इंडिया सेंट्रल कॉउन्सिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (ऐक्टू) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठ पटना स्थित ऐक्टू राज्य कार्यलाय में शुरू हुआ।बैठक कल 18 जून तक जारी रहेगा।बैठक में विभिन्न राज्यों व सेक्टरों के 50 मजदूर नेतागण शामिल रहे।ऐक्टू के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.शंकर,महासचिव राजीव डिमरी, एमएलसी सह ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव व स्कीम वर्कर्स फेडरेशन राष्ट्रीय महासचिव शशि यादव,ऐक्टू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह रसोइया संघ महासचिव सरोज चौबे, ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव सह बिहार राज्य महासचिव आर.एन ठाकुर की पांच सदस्यों की अध्यक्षमण्डल की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुआ। 2024 चुनाव में जनता ने मोदी सरकार के कारपोरेटपरस्त साम्प्रदायिक विभाजनकारी व तानशाही वाली नीतियों को खारिज कर दिया है और इन नीतियों के खिलाफ दिए गए स्पष्ट जनादेश जिसमे मजदूर -मेहनतकश गरीब जनता के बुनियादी सवाल इस चुनाव का प्रमुख मुद्दा बना । इन मुद्दों को मुखर आवाज देने और व्यापक अभियान चलाने के सवाल पर ऐक्टू राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में व्याक विचार विमर्श जारी है। इन बहस के मुद्दे खासकर मजदूरों को अधिकारहीन बना पूंजीपतियों को गुलाम बनाने वाला 4 श्रम कोड रद्द करने,बैंक-कोयला- रक्षा उत्पाद वाले कम्पनियों,खदानों समेत देश के पीएसयू के निजीकरण पर रोक, निजीकरण,अग्निवीर व अंधाधुंध ठिकाकरण पर रोक, कम मजदूरी ज्यादा काम, न्यूनतम मासिक मजदूरी 26 हजार,निर्माण सहित असंगठित क्षेत्र के करोड़ों मजदूरों को मासिक 9 हजार पेंशन देने ,ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने जैसे सवालों पर मजदूरों को एकजुट कर मोदी सरकार के खिलाफ व्यापक माहौल बनाने पर चर्चा की गई।