आज एक बार फिर से किसानों का रौद्र रुप देखने के लिए मिल सकता है. किसानों ने अपनी तमाम मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने और प्रदर्शन करने की ठान ली है. इसी के साथ एक बार फिर आज किसान सड़क पर उतरेंगे और विरोध मार्च करेंगे. इस दौरान संसद का घेराव कर अपनी आवाज भी बुलंद करेंगे. वहीं, बड़े स्तर पर प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए ट्रैफिक से जुड़ी तमाम जरूरी जानकारी के लिए ट्रैपिक पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर 9971009001 जारी किया है. ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि अगर किसी को यातायात संबंधी तकलीफ होने की सूरत में इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है.
7 और 8 फरवरी को धारा 144 लागू
बता दें कि, अपनी मांगों को लेकर अब किसानों ने एक बार फिर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ाने का सिलसिला शुरू कर दिया है और इसी सिलसिले में 7 मार्च को किसान महापंचायत बुलाई गई है. जबकि 8 मार्च को किसान दिल्ली में विरोध मार्च निकालने का ऐलान कर चुके हैं. किसानों के इस ऐलान को देखते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के बड़े विरोध प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए गौतबुध नगर पुलिस प्रशासन ने 7 और 8 फरवरी के लिए जिले में धारा 144 लागू कर दी है. पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है जिसके तहत किसानों के ट्रैक्टर मार्च निनाकलने को लेकर यात्रियों को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुछ मार्गों पर डायवर्जन के प्रति आगाह किया गया है.
आज बुलाई गई 'किसान महापंचायत'
बताया जा रहा है कि किसान संगठन दिसंबर 2023 से नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की तरफ से अधिग्रहित की गई जमीनों के बदले बढ़ा हुआ मुआवजा और भूखंड देने की मांग को लेकर भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान संगनठनों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ाने के लिए 7 फरवरी को 'किसान महापंचायत' बुलाई है. किसानों को कहना है कि प्राधिकरण के द्वारा किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा. किसान सभा के जिला अध्यक्ष रुपेश वर्मा ने कहा कि गौतम बुद्ध नगर में तीनों प्राधिकरणों में किसानों की परेशानी के मुद्दे एक जैसे हैं. 10% आवासीय भूखंड का मुद्दा तीनों प्राधिकरणों की बोर्ड बैठक से पास होकर शासन की मंजूरी के लिए लंबित है. किसान नेता सुनील फौजी ने ऐलान किया कि अन्य सभी संगठनों को जोड़कर आंदोलन में बड़ी तादाद में किसानों को शामिल किया जाएगा. सुखबीर खलीपा ने कहा कि कि नोएडा के सभी 81 गांवों के हजारों किसान 8 फरवरी को संसद घेराव के लिए ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे.