शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर आज फाइनल फैसला आ सकता है. दरअसल, राज्यपाल सह कुलाधिपति ने अब केके पाठक को तलब कर लिया है. जिसके बाद अब मामला और भी गहराता हुआ दिख रहा है. बता दें कि, राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने केके पाठक को लेटर लिखा है और राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के कक्ष में केके पाठक को बुलाया गया है. जिसके बाद से हलचल तेज हो गई है.
राज्यपाल ने केके पाठक को किया तलब
वहीं, बात कर लें पिछले दिनों की गतिविधियों तो 9 अप्रैल को राजभवन राजभवन में कुलाधिपति की अध्यक्षता में बीएएसयू और बीएयू को छोड़कर सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक बुलाई गई थी. इसके साथ ही इस बैठक में अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भी आमंत्रित किया गया था. लेकिन, केके पाठक बैठक में शामिल नहीं हुए थे. जिसके बाद राजभवन ने केके पाठक को पत्र भेज दिया. इस पत्र के जरिये साफ तौर पर कहा गया कि, आखिर किस परिस्थिति में उन्होंने ऐसा किया. इसी को लेकर राज्यभवन ने तलब किया.
केके पाठक ने दी थी सलाह
इस बीच आपको यह भी याद दिला दें कि, इससे पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने राज भवन के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू को पत्र लिखकर साफ किया था कि राजभवन को शिक्षा विभाग की गतिविधियों में हस्तक्षेप करने से परहेज करना चाहिए था. इसके अलावा उस पत्र में राजभवन और कुलाधिपति के संबंध में और भी गंभीर बातें कहीं गई थीं. इसकी वजह से राज भवन और शिक्षा विभाग के संबंध सहज नहीं चल रहे हैं. वहीं, अब आज की बैठक पर निगाहें टिकी हुई है.