झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है ऐसे में आज चंपई सोरेन की सरकार का पहला बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री रामेश्वर ओरांव ने बजट पेश किया. बता दें कि, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 1,28,900 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है. इसके साथ ही बजट में क्या कुछ खास रहा यह भी हम आपको बता देते हैं....
* वित्त मंत्री रामेश्वर ओरांव ने कृषि कर्ज माफी योजना के तहत सीमा को मौजूदा 50 हजार रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये करने का ऐलान किया है.
* 'अबुआ आवास (आवास) योजना' के तहत सरकार ने 2024-25 में 3.50 लाख घर बनाने की योजना बनाई है.
* सरकार ने 6 लाख लाभार्थियों के बीच 15,00 रुपये का मातृ किट वितरित करने का लक्ष्य रखा है. इस किट में मच्छरदानी, जच्चा-बच्चा के लिए पोशाक, तेल, साबुन, बाल्टी, मग पर 90 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है.
* राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या मौजूदा 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख करने का भी प्रस्ताव रखा गया है. केंद्र और राज्य खाद्य सुरक्षा योजनाओं के तहत, झारखंड सरकार ने दाल और चावल के साथ सोयाबीन चंक्स भी उपलब्ध कराने का फैसला किया है.
* मुखिया का मानदेय 2000 से 2500, वार्ड सदस्य का 200 से 500, प्रमुख का 3000 से 5000 रुपए करने का प्रावधान किया गया है.
* झारखंड सरकार ने हर महीने 125 यूनिट फ्री बिजली देने का ऐलान किया है. सरकार का कहना है कि, सूबे में 19 लाख से ज्यादा लोगों को 100 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ दिया जा रहा है.
* राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए 4606 करोड़ रुपये का बजट रखा है. वित्त मंत्री ने कहा कि, आगामी वर्ष में 2024-25 में कृषि एवं संबद्ध प्रक्षेत्र के लिए 4,606.57 करोड़ (4 हजार 6 सौ 6 करोड़ 57 लाख) रुपये का बजट प्रस्तावित है.
* सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए 8021 करोड़ रुपये का बजट रखा है. वहीं, पेंशन मद में 1 हजार 4 सौ 47 करोड़ 17 लाख का बजट का प्रस्ताव है.
* राज्य सरकार ने मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्योगों के विकास के लिए 484.87 करोड़ का बजट रखा है. यही नहीं अनुसूचित जनजाति-अनुसूचित जाति पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए 3523.55 करोड़ का आवंटन किया गया है.
* बालिकाओं एवं किशोरियों में उच्च शिक्षा के प्रति आकर्षित करने, बाल विवाह पर रोक, कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए किशोरी समृद्धि योजना के अंतर्गत वर्ग 8 से वर्ग 12 तक बच्चियों को 2,500 रुपये से 5 हजार रुपये तक जबकि 18-19 साल की किशोरियों को एक मुश्त 20 हजार रुपये का प्रावधान है. यही नहीं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना अंतर्गत युवतियों के विवाह पर एक मुश्त 30 हजार रुपये आर्थिक सहायता के लिए कुल 468 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है.