बिहार में मानसून इन दिनों पूरी तरह सक्रीय है. रुक-रुक कर लगातार बारिश हो ही रही है. हालांकि, आज कई जिलों में धूप खिली रही. उधर, नेपाल में भी मानसून मेहरबान है और कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही. जिसके बाद अब खतरा नदियों पर मंडराने लगा है. दरअसल, नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों के लिए खतरा पैदा हो गया है. लोग भय के साए में रह रहे हैं और इसके साथ ही जिला प्रशासन से लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं. इस बीच खबर पूर्णिया से है जहां बाढ़ से पूर्व फ्लड फाइटिंग का काम जोर-शोर से चल रहा है.
वहीं, कई जगह फ्लड फाइटिंग में शिकायतें भी मिल रही है. पूर्णियां शहर से सटे सौरा नदी तटबंध पर चल रहे फ्लड फाइटिंग काम में गड़बड़ी की बात बताई जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि, सैंडबैग्स में जिओ बैक की जगह प्लास्टिक का पतला बोरा दिया जा रहा है. जिसमें बालू के जगह मिट्टी और बालू मिलाकर भरा जा रहा है. बारिश और धूप में यह बोरा फट जाएगा. जिससे सारा पैसा बर्बाद हो जाएगा. स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि, यह फ्लड फाइटिंग के नाम पर लूट हो रही है.
वहीं, संवेदक के स्टाफ का कहना है कि, वे लोग बालू दे रहे हैं और अच्छा काम कर रहे हैं. जबकि धरातल पर कई तरह की गड़बड़ियां दिख रही है. वहीं, फ्लड फाइटिंग को लेकर पूर्णिया के जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि, जिले के हर एक प्रखंड में कटाव के संवेदनशील जगहों की लिस्टिंग कर ली गई है और डब्लूआरडी के इंजीनियरों को निर्देश दिया गया है कि कटाव वाली जगहों पर फ्लड फाइटिंग मेटेरियल स्टोर कराकर काम कराया जाय.