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चौथे कृषि रोडमैप पर भड़के पूर्व कृषि मंत्री, नीतीश-तेजस्वी को ठहराया गलत

Former agriculture minister angry over fourth agricultural r

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा 18 अक्टूबर को राजधानी पटना के सम्राट कन्वेंशन सेंटर में चौथे कृषि रोडमैप को लांच किया गया. इस दौरान बिहार के मुखिया नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे. लेकिन, अब चौथे कृषि रोडमैप को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है. दरअसल, पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने चौथा कृषि रोडमैप पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयानों को अब गलत ठहराया है. सुधाकर सिंह ने सारे कृषि रोड मैप को फेल बताया. बता दें कि, सुधाकर सिंह आरजेडी से विधायक हैं और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं.

'किसानों का बिहार से हो रहा पलायन'

पूर्व कृषि मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि, एमएसपी के खरीद में भी आंकड़े की हेरा फेरी है. आप मंडी कानून की कोई बात नहीं करते, इसका क्या नुकसान हुआ है यह सबसे जाहिर है. बिहार से किसानों का पलायन हो रहा है. तीन कृषि रोड मैप तो पूरी तरह से फेल है. राज्यपाल से पहले मैं यह सब बातें कह चुका हूं. मेरी बातों को राज्यपाल ने कल सत्यापित किया है. दरअसल, कल राज्यपाल ने मंच से कहा था कि, कृषि रोड मैप सिर्फ कागजों में ही ना रह जाए. सुधाकर सिंह ने कहा कि, राज्यपाल से ज्यादा बढ़कर कहा है मैंने. तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के बयानों को सुधाकर ने गलत बताया. वास्तविक सत्यता क्या है, यह किसानों के बीच जाकर आप उनका बयान ले लें तब पता चल जायेगा क्या हो रहा बिहार में.

क्या किसानों के हालत में होगा सुधार ?

सरकार का मानना है कि पांच वर्षीय इस कृषि रोड मैप के बाद इसे आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वैसे, इस कृषि रोड मैप के बाद किसानों की हालत को लेकर यह कहा जाने लगा है कि, क्या सच में इस कृषि रोड मैप के बाद प्रदेश के किसानों की हालत में सुधार हो जाएगा ? वर्ष 2008 में पहले कृषि रोड मैप की शुरुआत हुई थी. उसके बाद 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दूसरे रोड मैप की शुरुआत की थी.

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