लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में गजब की उलटफेर देखने के लिए मिल रही है. पार्टियों को छोड़ने और जॉइन करने का सिलसिला तो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इसी क्रम में बड़ी खबर सामने आ गई है. लालू यादव की पार्टी राजद के पूर्व सांसद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल, राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. वहीं, पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने इस्तीफा देने के साथ ही आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर बड़ा ऐरोप भी लगाया है. बता दें कि, पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने का त्यागपत्र पूरी तरह से सुर्खियों में बना हुआ है.
'मुसलमानों की हकमारी की'
बता दें कि, पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने लालू यादव पर मुसलमानों की हकमारी करने का आरोप लगाया है. पूर्व सांसद अहमद अशफाक करीम का साफ तौर पर कपना है कि, अल्पसंख्यकों को सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है. अपने त्यागपत्र में पूर्व सांसद अहमद अशफाक करीम ने लिखा कि, मैं आपकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं. मैं आपकी पार्टी से सामाजिक न्याय को ताकत प्रदान करने हेतु जुड़ा था. आप जातीय जनगणना कराने का दावा करते थे. जिसकी जिनकी भारीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा देते थे. लेकिन, आपने मुसलमानों की हकमारी की है.
केवल 2 मुस्लिम प्रत्याशी
आगे उन्होंने यह भी लिखा कि, उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी है. इसलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए संभव नहीं है. मेरे इस त्यागपत्र को स्वीकार करें. मैं हमेशा आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं. बता दें कि, ऐसी भी खबरें सामने आई थी कि, पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम राज्यसभा और फिर कटिहार लोकसभा से राजद का टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. जिसकी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया. साथ ही चर्चा यह भी है कि, पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम जेडीयू के करीब हैं और शायद जेडीयू में शामिल हो जाएं. इधर, यह भी याद दिला दें कि, बता दें कि आरजेडी 23 सीट पर महागठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही है. 22 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है जिसमें अररिया से शाहनवाज आलम और मधुबनी से अली अशरफ फातमी को प्रत्याशी बनाया गया है. दो मुस्लिम उम्मीदवार उतारने पर बीजेपी भी आरजेडी को लगातार घेर रही है.