देश में जिस तरह से कोरोना पैर पसार रहा है, उससे लोगों की चिंताएं बढती जा हैं. बात कर लें बिहार की तो एक के बाद एक बिहार में भी कोरोना के केस बढते जा रहे हैं. वो दिन दूर नहीं जब लोगों को एक बार फिर से मास्क पहनना जरुरी हो जाएगा. ऐसा इसलिए कहा जा रहा क्योंकि बिहार में कोरोना का एक और केस सामने आ गया है. इससे पहले याद दिला दें कि, राजधानी पटना में 21 दिसंबर को दो मरीज मिले थे. एक मरीज केरल से घूम कर आया था तो वहीं दूसरा मरीज असम से आया था. इसी क्रम में रविवार को पटना में ही तीसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला. अब खबर है कि राज्य में चौथे मरीज की भी पुष्टि हो गई है.
10 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव
जानकारी के मुताबिक, अब चौथा केस सोमवार को सासाराम में मिला है. सासाराम में 10 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. जिसके बाद अब नए वेरिएंट जेएन.1 को लेकर प्रदेश में सख्ती और बढ़ने वाली है. कोरोना के बढते केस को देखते हुए बिहार सरकार भी अलर्ट हो गई है और लोगों से लगातार हिदायत बरतने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही लोगों के लिए गाइडलाइंस भी जारी कर दिए गए हैं. कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि अस्पताल आने वाले सभी बुखार, खांसी और सांस संबंधी बीमारी के रोगियों की अनिवार्य रूप से कोविड जांच कराई जाएगी.
सूबे में जारी किया गया गाइडलाइन
इसके साथ ही अगर जांच में उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो फिर जीनोम सीक्वेंसिंग भी होगी. कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, अस्पताल अधीक्षक के साथ ही आरएमआरआई, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान और पटना एम्स के अलावा सभी सिविल सर्जनों को नई गाइडलाइन भेजी है. संबंधित अधिकारियों को कोविड संबंधित नियमों को सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव की ओर से सभी जिलों को गाइडलाइन भेजी गई है. कुल मिलाकर देखा जाए तो सख्ती और बढा दी गई है.