तेलंगाना विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी ने कहा है कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर मुस्लिम आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने प्रदेश में 4% मुस्लिम आरक्षण को असंवैधानिक बताया है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य में बीजेपी की सरकार आएगी तो तेलंगाना में धर्म के नाम पर जो आरक्षण है, उसे खत्म किया जाएगा.
जी किशन रेड्डी ने आगे कहा है कि मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर एससी-बीसी-एसटी (SC-BC-ST) आरक्षण को बढ़ाया जाएगा. SC मतलब अनुसूचित जाति, BC मतलब पिछड़ा वर्ग और ST मतलब अनुसूचित जनजाति.
जी किशन रेड्डी तेलंगाना बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. 29 अक्टूबर (रविवार) को नामपल्ली स्थित बीजेपी कार्यालय में आदिलाबाद और पेद्दापल्ली जिलों के बीआरएस और अन्य दलों के नेता बीजेपी में शामिल हुए. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए रेड्डी ने कहा कि आजादी के बाद जैसे नरेंद्र मोदी पिछड़ा वर्ग से प्रधानमंत्री बने हैं, वैसे ही तेलंगाना में चुने जाने के बाद हम भी यहां बैकवर्ड क्लास से मुख्यमंत्री बनाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने निर्णय लिया है कि तेलंगाना में जो 4% धार्मिक आरक्षण है, उसे रद्द करके एससी-बीसी-एसटी आरक्षण को दिया जाएगा.
आने वाली 30 नवंबर को तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव होना है. 3 दिसंबर को वोटों की गिनती की जाएगी.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में तेलंगाना की TRS सरकार ने मुसलमानों के लिए 4% आरक्षण का प्रावधान किया था. बीजेपी तभी से इस आरक्षण का विरोध करती रही है. इसी साल अप्रैल महीने में गृहमंत्री अमित शाह ने भी आरक्षण खत्म करने की बात कही थी. तेलंगाना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था- “तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनेगी तो इस गैर संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण को समाप्त कर देंगे. इस पर तेलंगाना के एससी-एसटी और ओबीसी का अधिकार है जो उनको मिलेगा.”
इससे पहले मार्च महीने में तब की बीजेपी सरकार ने कर्नाटक में 4% मुस्लिम आरक्षण को समाप्त कर दिया था. जिस पर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगा दिया था. अब चुनाव के ठीक पहले तेलंगाना में भी बीजेपी ने ऐसा ही वादा किया है.