Patna- बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई नेता कई यात्रा कर चुके हैं,पर बेगूसराय क़े BJP सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के यात्रा निकाले जाने की घोषणा के बाद से बिहार की राजनीति गर्म है.विरोधी राजद और कांग्रेस के साथ ही सत्ताधारी जेडीयू में हलचल तेज हो गई है.
राजद और कांग्रेस सीधे-सीधे गिरिराज सिंह पर हिंदू जन जागरूकता के बहाने सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है,तो सहयोगी जेडीयू के लिए भी यह यात्रा परेशानी बढ़ाने वाली है. इस यात्रा पर टिप्पणी करते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि जब गिरिराज सिंह यात्रा पर निकले तो साथ में संविधान भी रखें, क्योंकि यह देश संविधान से चलता है. यात्रा कोई भी हो पर उसका मकसद सौहार्द के वातावरण के खिलाफ नहीं होना चाहिए.
बताते चलें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की राजनीति धार्मिक के एजेंडे पर ज्यादा रही है. अभी तक वह विभिन्न मौकों पर हिंदुओं के समर्थन में और मुसलमान के खिलाफ बयान बाजी करते रहे हैं लेकिन अब उन्होंने सीधे-सीधे हिंदू स्वाभिमान को जगाने के लिए यात्रा पर निकल रहे हैं. यह यात्रा भागलपुर से शुरू होकर सीमांचल में जाएगी जहां मुस्लिम बहुत आबादी है. गिरिराज सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि जब वे बेगूसराय से चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें एक खास जाति(भूमिहार )के प्रत्याशी के रूप में देखा जाता है पर वे किशनगंज जैसे क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं जहां वे हिंदू प्रत्याशी के रूप में मैदान में लोगों के बीच जा सके.
इस यात्रा की चर्चा के दौरान के बीच ही भाजपा के विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने एक बार फिर से उन पुराने मुद्दों को फोकस में लाया है कि बिहार के सीमांचल,झारखंड के कई जिले और पश्चिम बंगाल के कई जिले को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनना चाहिए क्योंकि इन इलाकों में हिंदुओं की संख्या लगातार घटती जा रही है और मुसलमानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है इससे आने वाले दिनों में इन इलाकों में गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है.
गिरिराज सिंह और बीजेपी की यह राजनीति निश्चित रूप से राजद और कांग्रेस के लिए परेशानी लाने के साथ ही जदयू की भी मुश्किल बढ़ाने वाली है.यही वजह है कि जदयू के नेता सीधे-सीधे इस यात्रा का समर्थन अथवा विरोध करने के बजाए बीच का रास्ता ले रहे हैं और नीरज कुमार ने कहा है कि जब गिरिराज सिंह यात्रा पर निकले तो अपने साथ संविधान भी रखें.