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गिरिराज सिंह ने कहा मैं जाति और पार्टी से अलग हिंदुओं का स्वाभिमान जगाने निकला हूं..

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Desk- बेगूसराय के सांसद और मोदी सरकार में कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह की हिन्दू स्वाभिमान यात्रा शुरू हो गई है. यह यात्रा आज भागलपुर से शुरू हुई है और सीमांचल के कई जिलों से होते हुए किशनगंज में जाकर खत्म होगी.

 इस यात्रा को लेकर विपक्षी दल राजद,कांग्रेस और वामपंथी दल के साथ ही सत्ताधारी जेडीयू भी विरोध में है यही वजह है कि बीजेपी भी गिरिराज सिंह के स्वाभिमान यात्रा का खुले रूप से समर्थन नहीं कर पा रही है और पार्टी के बड़े नेता इस यात्रा में शामिल नहीं हो रहे हैं इसलिए यह स्वाभिमान यात्रा गिरिराज सिंह के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है . गिरिराज सिंह की यात्रा से उनके समर्थक काफी उत्साहित हैं पर देखना है कि उनकी इस यात्रा को जन समर्थन किस तरह का मिल पाता है. 

 केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ स्वामी दीपंकर इस यात्रा में साथ-साथ हैं. यात्रा की शुरुआत से पहले गिरिराज सिंह ने बुढ़ानाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. उसके बाद वे शोभा यात्रा के साथ जिला स्कूल के मैदान पहुंचे. इस मैदान में  यात्रा को लेकर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हिन्दूओं की रक्षा करने के लिए सारी कुर्बानी देने को तैयार हूं. किसी सूरत में यात्रा को नहीं रोकूंगा. उन्होंने कहा कि सभी लोग यात्रा कर रहे हैं पर उस पर किसी तरह की आपत्ति नहीं हो रही है और हम  हिंदू को जागृत करने के लिए स्वाभिमान यात्रा निकाल रहे हैं तो कई लोगों के पेट में दर्द हो रहा है.गिरिराज सिंह ने हिंदुत्व की मजबूती को लेकर हिंदू महिलाओं और युवाओं को लोगों को एकजुट होकर समाज के साथ खड़े रहने की बात कही. उन्होंने कहा कि हिंदुओ को एकजुट करने के लिये हमे सब त्यागना पड़े तो हम त्याग देंगे. 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि तेजस्वी और प्रशांत किशोर की यात्रा से पेट मे दर्द नहीं हुआ. अब हमारी यात्रा से उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा. जिस तरह से मन्दिर में जूता चप्पल जात पात उतारकर जाते हैं. उसी तरह मैं इस यात्रा में अपने जात पात पार्टी सबको उतारकर आया हूं.

 बताते चलें के  हिन्दू स्वाभिमान यात्रा के दौरान भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में अपने पदयात्रा, जनसभा और जनसंवाद के माध्यम से हिंदुओं को एकजुट करने का काम करेंगे. बिहार के सियासत में पहली बार कोई नेता धार्मिक कार्यक्रम पर निकल रहे है. इससे पहले लाल कृष्ण आडवाणी सोमनाथ से रथ यात्रा निर्गत निकले थे और वह जब बिहार पहुंचे थे तो समस्तीपुर में उनकी यात्रा को लालू प्रसाद यादव ने रोक दिया था. उसे यात्रा के बाद गिरिराज सिंह धार्मिक यात्रा पर निकले हैं.

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