बिहार में कड़क आईएएस केके पाठक ने जब से शिक्षा विभाग की कमान संभाली है तब से वे लगातार एक्टिव मोड में है. बिहार में स्कूलों की सूरत बदले, इसे लेकर हर एक प्रयास किया जा रहा है. जिसके बाद अब ऐसा प्रतीत हो रहा कि केके पाठक की मेहनत रंग लाने लगी है. दरअसल, मामला पश्चिम चंपारण से सामने आया है जहां शिक्षा को लेकर पिछड़े इलाकों में जागरूकता बढ़ी है. दरअसल, बगहा में छात्राओं का गुस्सा स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण फूट पड़ा. आक्रोशित छात्राओं ने रोड को घंटों जाम कर दिया.
छात्राओं का आरोप है कि, साइंस और अन्य महत्वपूर्ण विषय के शिक्षक विद्यालय में नहीं हैं, जिससे शिक्षा बाधित हो रही है. बगहा के 10+2 प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय में इंटर के छात्राओं ने साइंस और आर्ट्स विषयों के शिक्षकों की मांग को लेकर रोड जाम किया और जमकर प्रदर्शन किया. इस मामले की सूचना पर मौके पर नगर थाना अध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा पहुंचे. जहां, उन्होंने छात्राओं को समझा-बुझाकर रोड से जाम हटवाया. इस दौरान छात्राओं का कहना था कि, शिक्षा विभाग ने 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने का तो फरमान जारी कर दिया है लेकिन पढ़ाने के लिए शिक्षक हैं ही नहीं.
छात्राओं का यह भी कहना था कि, स्कूल आने के बाद उनका केवल समय बर्बाद होता है. जितने भी स्टूडेंट्स हैं, वह क्लास में बैठकर टाइम पास करते हैं और मोबाइल चलाते हैं. साथ ही उन सभी छात्राओं ने मांग की है कि, उनके स्कूल में शिक्षक को बहाल किया जाये. इसके साथ ही जिस तरह से प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई होती है, वैसे ही सरकारी स्कूल में भी कराई जाए. बता दें कि, इस दौरान बीच रोड पर छात्राओं ने जमकर बवाल किया.
बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट