समाज में लाख कोशिशों के बावजूद ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति लोगों का नजरिया पूरी तरह से बदल नहीं पाया है. आज भी कई तरह के लाभ या सरकार से जुड़ी योजनाओं से ट्रांसजेंडर समुदाय कम लोग वंचित हैं. लेकिन, तमाम मतभेदों के बावजूद ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने हार नहीं मानी और लगातार समाज सामान अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं. इस बीच ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को बिहार में बड़ा मुकाम हासिल हुआ है. प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ये तोहफा ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को दिया है. जिसके मुताबिक, अब आम छात्र-छात्रों की तरह ही ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का कहना है कि, हमें राज्य का विकास करना है तो ट्रांसजेंडर समुदाय को किनारे नहीं कर सकते हैं. ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ ही हमें चलना पड़ेगा. हमारे राज्य का विकास ट्रांसजेंडर समुदाय के बिना कभी संभव नहीं है. दरअसल, राजधानी पटना में दोस्ताना सफर के द्वारा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के उच्च शिक्षा अधिकारों पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसका आयोजन सतरंगी दोस्ताना रेस्ट्रो गांधी मैदान किया गया था. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के द्वारा किया गया. इस दौरान राज्यपाल ने ट्रांसजेंडर समुदाय के शिक्षा के अधिकारों के लिए प्रशासन शिक्षा विभाग के साथ मिलकर उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लिए हर एक को कदम बढ़ाने के लिए आश्वासन दिया.
इस कार्यक्रम में प्रोफेसर रामबचन राय सदस्य बिहार विधान परिषद विशिष्ट अतिथि सह मुख्य वक्ता मौजूद थे. प्रोफेसर रामबच्चन राय ने मंडन मिश्रा और शंकराचार्य के मुलाकात के दौरान हुए चर्चाओं को आधार बनाते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय के उच्च शिक्षा विकास के लिए राज्यपाल से आशा व्यक्त की कि ट्रांसजेंडर समुदाय के उच्च शिक्षा विकास के लिए कदम राजभवन की तरफ से बढ़ाए जाएंगे. कार्यक्रम में पटना वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर सिस्टर सिलिंन के द्वारा ट्रांसजेंडर समुदाय के शिक्षा विकास के कार्यक्रम जानकारी दी गई. प्रोफेसर पूनम सिंह जो कि साइकोलॉजिस्ट हैं वह भी उपस्थित रही.
उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय के उच्च शिक्षा पर प्रकाश डाला. उन्होंने देश की संस्कृतियों में ट्रांसजेंडर समुदाय की पूर्व स्तिथियों को वापस लाने के लिए और उनका सम्मान और गौरव स्थापित करने के लिए कार्य करने का समाज से आवाहन किया. कार्यक्रम के दौरान रेशमा प्रसाद के द्वारा ग्यारह सूत्रीय मांग राज्यपाल के सामने रखी गई. जिसमें ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रवेश आरक्षण, मध्य प्रदेश छात्रवृत्ति ट्रांसिट, हॉस्टल लैंगिकता एवं यौनिक शोध अध्ययन केंद्र, ट्रांसजेंडर समुदाय के मुद्दों के लिए नोडल पदाधिकारी ग्रीवेंस रिड्रेसल कमिटी का गठन, चांदना समुदाय के शिक्षा केंद्रों में शौचालय सभी मुद्दों पर चर्चा की गई. कार्यक्रम का मंच संचालन अनुप्रिया सिंह के द्वारा हुआ.