बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर गया पहुंचे जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति को लेकर पिंडदान कर्मकांड किया. इस दौरान सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध किए गए थे. सर्वप्रथम राज्यपाल गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे, जहां से वे सड़क मार्ग से विष्णुपद मंदिर पहुंचे. इसे लेकर शहर के कई जगहों पर बैरिकेडिंग की गई थी. साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. उनके पुरोहित बच्चू लाल चौधरी के द्वारा विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में पूरे विधि-विधान के साथ पिंडदान कर्मकांड कराया गया.
राज्यपाल ने फल्गु तर्पण, विष्णुचरण और अक्षयवट का विधान कर पितरों के विष्णुलोक की कामना की. पितृपक्ष मेले के दौरान राज्यपाल ने गया में विष्णुचरण के दर्शन और पूजन किए. बता दें कि, श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया था. समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल और सचिव गजाधर लाल पाठक ने शॉल और प्रसाद देकर उनका स्वागत किया. राज्यपाल करीब एक घंटे तक विष्णुपद मंदिर में रहे.
इस मौके पर पुरोहित बच्चू लाल चौधरी ने कहा कि, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर दूसरी बार पिंडदान करने गयाजी पहुंचे हैं. उन्होंने अपने माता-पिता, चाचा-चाची, सास-ससुर सहित अन्य पितरों की मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान किया है. पूरे धार्मिक विधि विधान के साथ पिंडदान कर्मकांड की प्रकिया को सम्पन्न कराया गया है. पितरों की आत्मा की शांति मिले व परिजनों का जीवन सुखमय हो, इसी कामना के साथ पिंडदान कराया गया है.