Bhagalpur -भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड के सन्हौली पंचायत में बना जिमखाना मवेशियों का तबेला बनकर रह गया है।यह पंचायत की योजना से करीब दस लाख रूपये की लागत से बनाया गया था।
जिस समय जिमखाना लगाया गया था उस समय पंचायत के युवा काफी उत्साहित थे,लेकिन कुछ ही माह में उसे मायूसी ही हाथ लगी। इस जिम को देखने से ही पता चलता है कि सरकारी राशि का कैसे दुरूपयोग होता है।यह बनाया तो गया था कि पंचायत के युवाओं को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए,लेकिन कुछ ही दिनों में इसका ऐसा हाल हो गया है कि पशुपालक इसका लाभ उठा रहें हैं ।जिमखाना में सामग्री के नाम पर सिर्फ खंभे और कुछ पोल ही बचा है।बाकी सामग्री कहाँ हैं इसका कुछ पता नहीं है।
इस सम्बन्ध में पंचायत सचिव रामलखन वैद्य ने बताया कि यह किस वर्ष का और कितनी राशि का हैं हमे स्पष्ट पता नहीं है,क्योंकि मेरे योगदान से पहले ही यह बनाया गया था।मुझे सिर्फ यह पता है कि जिम का कुछ समान खराब हो गया था।जिसके बाद से ऐसा हाल हैं।वहीं बीडीओ रघुनंदन आनंद ने बताया कि यह वर्ष 2022 का योजना हैं।मामले की जानकारी मिली है।टीम गठन कर इसकी जांच करायी जाएगी औरी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं पंचायत के युवा स्थानीय अधिकारियों से काफी नाराज दिख रहे है. उनका कहना है कि ज़ब फंड आया जिम बनाने के लिए तो फिर जिम को क्यों नही बनाया गया . अगर जिम बना होता तो इसका लाभ हम जैसे युवा उठाते और फ़ौज की तैयारी करने मे परेशानी नही होती. युवाओं का ये भी कहना है कि इस पंचायत के अधिकतर युवा फ़ौज या बिहार पुलिस की तैयारी करते है जिम रहने से उनको काफी फायदा मिलेगा.
भागलपुर से अजय की रिपोर्ट