Desk - नीट पेपर लीक मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है इस मामले में नालंदा के संजीव मुखिया की खोज जांच एजेंसी कर रही है, नीट एग्जाम के बाद संजीव मुखिया की एक्टिविटी से स्पष्ट हो गया है कि वह पेपर लीक मामले में पूरी तरह से संलिप्त है. 4 मई परीक्षा के बाद ही वह अपने ड्यूटी से फरार हो गया. Pmch जाकर अपना इलाज करवाया और फिर वहां से फरार हो गया. इसका खुलासा नालंदा के उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य के पत्र से हुआ है, जहां का वह कर्मचारी है.
बताते चलें कि संजीव मुखिया नालंदा के नूरसराय स्थित सरकारी उद्यान महाविद्यालय में तकनीकी सहायक के रूप में काम करता है. 4 मई को नीट की परीक्षा हुई थी. 5 मई को रविवार था और 6 मई से संजीव मुखिया कॉलेज में ड्यूटी जाना बंद कर दिया. क्योंकि उसे पता चल गया था कि आर्थिक अपराध इकाई ने नीट परीक्षा लीक मामले की जांच शुरू कर दी है और कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.नालंदा उद्यान महाविद्यालय का प्रशासन 8 दिनों तक अपने कर्मचारी संजीव मुखिया के कॉलेज आने का इंतजार करता रहा, इसके बाद कॉलेज के प्राचार्य ने 14 मई को संजीव मुखिया के घर पर पत्र भेजकर जवाब मांगा कि बगैर सूचना ड्यूटी पर नहीं आने के कारण क्यों नहीं उसके खिलाफ कार्रवाई की जाये.
उसके जवाब में संजीव मुखिया ने 21 मई को नालंदा उद्यान महाविद्यालय को पत्र भेजकर कहा कि 6 मई से ही उसकी तबीयत खराब है. इसलिए वह ड्यूटी पर नहीं आ पाया. उसने अपने पत्र के साथ पीएमसीएच के ओपीडी का कागजात भी लगाया. जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया था. डॉक्टर ने उसे दवा के साथ साथ 2 हफ्ते तक आऱाम करने की सलाह दी थी. उसने 5 जून तक छुट्टी पर रहने की अनुमति मांगी, पर एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट के एडमिनिस्ट्रेटिव डिपार्मेंट की ओर से अभी तक उनकी छुट्टी अप्रूव नहीं की गई है.
बताते चलें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ही संजीव मुखिया का नाम लेते हुए सरकार और जांच एजेंसी का ध्यान आकृष्ट कराया था.अब बिहार पुलिस के साथ ही सीबीआई की टीम भी संजीव मुखिया को खोज रही है.