बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए यूं तो शिक्षा विभाग की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. साथ ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक बड़े ही जोर-शोर से लगे हुए हैं. लेकिन, हकीकत तो सामने आ ही जाती है. जैसा कि आप सभी को पता है कि 9वीं और 11वीं की परीक्षा जल्द ही शुरु होने वाली है. यहां तक कि, 11वीं की परीक्षा आज से शुरु हो गई है जबकि 9वीं की परीक्षा 16 मार्च से शुरू होगी. इस परीक्षा से पहले बिहार का शिक्षा विभाग कितना तैयारी है उसकी तस्वीर सामने आई है. सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है और यह तस्वीरें आपको हैरान कर देंगी.
वीडियो खूब हो रहा वायरल
वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि, परीक्षा से पहले कबाड़ी की तरह प्रश्न पत्र फेंके हुए मिले. मोतिहारी, छपरा, बेगूसराय, मधुबनी समेत कई जिलों से ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं. तीन-चार दिनों से लेकर बीते मंगलवार तक संबंधित स्कूल के अधिकृत शिक्षक अपने विद्यालय के प्रश्न पत्र का बंडल कबाड़ में खोजते नजर आए. मोतिहारी के एमजेके इंटर कॉलेज की तस्वीर देखकर आप कहेंगे कि ऐसा लग रहा है कि शिक्षा विभाग ने ढूंढो तो जानें का प्रतियोगिता करा रहा है. मोतिहारी के एमजेके इंटर कॉलेज परिसर में जिले के अलग-अलग विद्यालयों के शिक्षक प्रश्न पत्र खोजते रहे. यहीं पर भंडारण किया गया था. यहीं से बाकी स्कूलों को भेजा जाना था. भंडारण की जिम्मेदारी एमजेके इंटर कॉलेज की थी.
व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवाल
बता दें कि, शिक्षक प्रश्न पत्र के बंडल पर लिखे स्कूल कोड के अनुसार खोजते नजर आए. हजारों बंडल के बीच किसी को मिला तो किसी को मिला भी नहीं. इस पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. वहीं दूसरी ओर मधुबनी, बेगूसराय और छपरा से भी इस तरह की तस्वीरें देखने को मिली हैं. शिक्षा मंत्री के साथ-साथ विभाग से जुड़े हर अधिकारियों पर इस तरह की व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि छात्र और शिक्षक तैयार हैं लेकिन विभाग और अधिकारी ही पीछे हैं. एक तरफ जहां शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक व्यवस्था को तंदरुस्त करने में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ बड़ी लापरवाही देखने के लिए मिली, जिसके बाद सवाल उठना तो लाजिमी है.