बिहार का सीवान लोकसभा सीट हॉटसीट में से एक है. जहां इस बार दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. इस बीच यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पूर्व सांसद व बाहुबली नेता दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने पर्चा भर दिया है. बता दें कि, पर्चा भरने जाने के दौरान हिना शहाब कुछ ही समर्थकों के साथ बड़े ही सादगी में दिखीं. सीवान समाहरणालय में हिना शहाब ने अपना पर्चा दाखिल किया. लेकिन, इस दौरान की जो तस्वीर सामने आई है, उसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया. दरअसल, नामांकन दाखिल करने जाने के दौरान हिना शहाब के समर्थक पीले और भगवा गमछे पहने नजर आएं. जिसको लेकर सियासत में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.
सीवान में दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं, बात करें सीवान लोकसभा सीट की तो, इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है. बता दें कि, उनके सामने एनडीए प्रत्याशी विजय लक्ष्मी कुशवाहा हैं तो वहीं महागठबंधन से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी चुनावी मैदान में उतरे हैं. वहीं, चुनावी राजनीति में हिना शहाब का यह कदम एक नया मोड़ माना जा रहा है. उनके पति शहाबुद्दीन राजद के बाहुबली नेता थे. आरजेडी के टिकट पर वे कई बार चुनाव जीते भी थे. लेकिन, हिना शहाब यहां से आरजेडी के टिकट से दो बार चुनाव लड़ी और उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, बात करें इस बार के चुनाव की तो हिना शहाब ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया.
हर समुदाय के लोगों से बढ़ा रहीं नजदीकियां
दरअसल, साफ तौर पर उनकी नाराजगी आरजेडी से देखने के लिए मिली थी. तेजस्वी यादव की जन विश्वास रैली से भी हिना शहाब ने दूरी बना ली थी. हिना शहाब की ओर से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद आरजेडी की ओर से उनको मनाने का बहुत प्रयास किया गया. लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. हालांकि, हिना शहाब के इस कदम को लेकर चर्चा यह है कि, हिना शहाब अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना चाहती हैं. कयास लगाए जा रहे कि, इसी वजह से हिना शहाब इस दफा हर समुदाय के पास जाकर उनके अपने लिए समर्थन मांग रही हैं. वे जब आज नामांकन करने पहुंची थी तो उनके साथ जो लोग आए थे वे भी पीला कपड़ा और भगवा गमछा धारण किए हुए थे. इसको लेकर कई प्रकार की सियासी हलचलें तेज हो गई है. बता दें कि, सीवान सीट के लिए 20 गई को वोटिंग होनी है. खैर, देखना होगा कि हिना शहाब के इस कदम को लेकर जनता कितना समर्थन देती है.